Bareilly News: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 05 जुलाई से पार्टी की नई सदस्यता अभियान का लखनऊ में आगाज किया था.मगर, इस बार सपा हाईकमान ने सदस्यता अभियान की प्रारंभिक सदस्यता पर्ची में आधार और वोटर आइडी नंबर दर्ज करने का कॉलम बढ़ाया है. जिसके चलते नए सदस्य बनने में दिक्कत आ रही है. लोग सदस्य बनने की तैयार हैं, लेकिन आधार और वोटर कार्ड नंबर लिखवाने से बच रहे हैं. जिसके चलते सदस्यता अभियान गति नहीं पकड़ा पा रहा है. इसके साथ ही किसी अन्य सियासी दल का सदस्य नहीं हूं. यह भी बताना होगा.इस बार नए सदस्यों की सदस्यता 30 जून 2027 तक की होगी.
उत्तर प्रदेश में सपा के पिछली बार करीब 70 लाख सदस्य थे. मगर, इस बार सपा ने 02 करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा था. हालांकि, यह सदस्यता अभियान एक महीने की देरी से शुरू हुआ है. मगर, इस बार प्रारंभिक सदस्यता पर्ची में नए सदस्यों को नाम, लिंग, अन्य, पिता एवं पति का नाम, पता, विधानसभा और लोकसभा क्षेत्र का नाम, पोलिंग स्टेशन और बूथ स्टेशन का नाम, मोबाइल नंबर, समाजवादी पार्टी में कब से हैं.शैक्षिक योग्यता, धर्म, जाति, आधार कार्ड और वोटर आइडी कार्ड नंबर भी लिखना होगा.
उम्र 18 वर्ष होने के साथ ही समाजवादी पार्टी के संविधान में आस्था, पंचवर्षीय चंदे के रूप में 20 रूपये शुल्क और किसी और पार्टी के सदस्य न होने के कॉलम पर शपथ के साथ लिखन होगा. मगर, इसमें सबसे अधिक आधार कार्ड और वोटर आइडी कार्ड नंबर लिखने में आ रही है. नए सदस्यों के पास यह होते नहीं, या फिर देने से बचते हैं. जिसके चलते करीब डेढ़ महीने के बाद भी पिछली बार की संख्या के करीब सपा का सदस्यता अभियान नहीं चल पाया है.
सपा के सदस्यता अभियान में देरी के चलते राज्य और राष्ट्रीय सम्मेलन की तिथि भी तय नहीं हो पा रही है. सदस्यता अभियान के बाद नए सदस्यों में से 15 फीसद सक्रिय सदस्य राज्य और 10 फीसद राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होंगे.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद