उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 की अधिसूचना जनवरी के प्रथम सप्ताह में लगने की उम्मीद है. इससे पहले सपा ने पार्टी के झंडे से सियासी माहौल बनाने का फैसला लिया है. इसके लिए पार्टी के बूथ से लेकर प्रदेश संगठन के कार्यकर्ता समर्थक और शुभचिंतकों को घर, ऑफिस, साइकिल, दोपहिया और चार पहिया वाहन पर पार्टी का झंडा लगाना अनिवार्य कर दिया है.
पार्टी का झंडा लगाओ अभियान 15 से 25 दिसंबर के बीच चलेगा.झंडा लगाओ अभियान की गोपनीय जांच भी होगी. इसमें लापरवाही बरतने वालों को टिकट से महरूम किया जा सकता है, तो वहीं संगठन से भी बाहर हो सकते हैं.
चुनाव में काफी कम वक्त बचा है. इसीलिए निर्वाचन आयोग से लेकर सभी सियासी पार्टियां तैयारियों में जुटी है. सियासी पार्टी सियासी रण जीतने को कोई भी कमी नहीं छोड़ना चाहती. इसके लिए समाजवादी पार्टी ने बुधवार से झंडा लगाओ अभियान का आगाज किया है.
प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने सभी जिलों के जिला-महानगर और फ्रंटल संगठन के पदाधिकारियों, सांसद-विधायक, पूर्व सांसद-पूर्व विधायक, बूथ-सेक्टर कमेटी के कार्यकर्ता,समर्थक और शुभचिंतकों को पत्र जारी कर 15 से 25 दिसंबर के बीच घर, कार्यालय, अपनी साइकिल, दो पहिया, तीन और चार पहिया वाहन समेत सभी पर पार्टी का झंडा लगाने को पत्र जारी किया है.
उन्होंने आशंका जताई है कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में अधिसूचना लग जाएगी और उस वक्त प्रचार सामग्री पर भी रोक होगी. मगर, इससे पहले पार्टी के झंडे के सहारे यूपी में सियासी माहौल बनाया जाए. इसके लिए हर जिले में गोपनीय सत्यापन भी होगा. इसकी रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय को भेजी जाएगी.पार्टी कार्यालय से फरमान आने के बाद बरेली के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
बढ़ेगी झंडे की बिक्री- चुनाव आते ही प्रचार सामग्री बेचने वालों की भी मौज आ जाएगी. पार्टी के इस फैसले से झंडों की बिक्री बढ़ जाएगी.
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रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद