Bihar: 10 दिन बाद ही थी बेटी की शादी, घर आने के ठीक पहले लुधियाना में जिंदा जल गया बिहार का श्रमिक परिवार
पंजाब के लुधियाना में झोपड़ी में आग लगने से एक ही परिवार के सात लोग जिंदा जल गये. सभी की मौत हो गयी. परिवार के मुखिया सुरेश अब बिहार लौटने वाले थे क्योंकि उनकी बेटी की शादी 30 अप्रैल को होनी थी.
पंजाब के लुधियाना जिले में बुधवार तड़के एक झोपड़ी में लगी आग में बिहार के प्रवासी श्रमिक परिवार के सात सदस्य जिंदा जल गये. मरने वालों में पति-पत्नी और उनके पांच बच्चे हैं. वे समस्तीपुर जिले के बोगीपुर गांव के रहने वाले थे. मृतकों में दो साल का एक बच्चा भी शामिल है. झोपड़ी में आग लगने की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाई है. मृतक सुरेश की बड़ी बेटी की शादी 30 अप्रैल को होनी थी जिसके लिए वो गांव जाने वाले थे. लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था.
झोपड़ी में सो रहा था परिवार, मृतकों में दो साल का बच्चा भी
हादसे के समय परिवार टिब्बा रोड पर नगरपालिका के कचरा डंप यार्ड के पास स्थित अपनी झोपड़ी में सो रहा था. टिब्बा के थाना प्रभारी रणबीर सिंह ने बताया कि मृतकों की पहचान सुरेश साहनी (55), उनकी पत्नी रीना देवी (53), बेटी राखी (15), मीनाक्षी (10), गीता (8), चंदा (5) तथा बेटे सनी (2) के रूप में की गई है.
30 अप्रैल को होने वाली थी बड़ी बेटी की शादी
मृतकों के करीबी रिश्तेदार राम बाबू साहनी ने बताया कि सुरेश अपनी बड़ी बेटी की शादी के लिए एक-दो दिन में गांव जाने वाला था. यह शादी 30 अप्रैल को होने वाली थी. सुरेश के पड़ोसी बिंदेशी शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि झोपड़ी में आग लगने से कुछ देर पहले एक मोटसाइकिल को आसपास चक्कर लगाते देखा गया था. उन्होंने कहा कि पुलिस को मामले की इस बिंदु से भी जांच करनी चाहिए. दूसरी ओर, पुलिस ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है.
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घटनास्थल से नमूने इकट्ठे किए
थाना प्रभारी सिंह ने कहा कि शुरुआती जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल से नमूने इकट्ठे किए हैं और पास के दो सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की जा रही है. सिंह के अनुसार, मृतकों के परिजनों को घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय सिविल अस्पताल भेज दिया गया है.
5 साल से रह रहा था परिवार
मृतक सुरेश साहनी के बेटे राजेश साहनी ने बताया कि वे लोग पिछले करीब 15 वर्षों से कूड़े के डंप के पास ही मक्कड़ कालोनी में अन्य प्रवासी लोगों के साथ झुग्गी में रह रहे हैं. राजेश ने बताया कि उसके पिता का कबाड़ का काम था. वह झुग्गी वालों से कबाड़ खरीदकर आगे बेचते थे. इससे ही घर का पालन पोषण होता था.
10 बजे सो गया था परिवार
रोज की तरह देर रात को काम खत्म करने के बाद पूरे परिवार ने एक साथ खाना खाया और रात करीब 10 बजे सो गया. वह राजेश अपने दोस्त के घर सोने चला गया. देर रात करीब एक बजे अचानक झुग्गी में आग लग गई. पहले तो किसी को कुछ पता नहीं चला, लेकिन झुग्गी के अंदर सो रहे लोगों के चीख सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए.
सीएम ने घटना पर दुख जताया
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पंजाब के लुधियाना में झोपड़ी में आग लगने से हुई घटना में समस्तीपुर के सात लोगों की मृत्यु पर गहरी संवेदना व्यक्त की है और इस घटना को दुखद बताया है. मुख्यमंत्री ने दुख की इस घड़ी में मृतक के परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan