समस्तीपुर जिले के मोरवा स्थित ऐतिहासिक पर्यटक स्थल बाबा खुदनेश्वर धाम महाशिवरात्रि मेले में बुधवार की रात उपद्रवियों ने कई राउंड फायरिंग की. लाठी-डंडे से मारपीट करते हुए कई लोगों को जख्मी कर दिया. दुकानों में आग लगा दी. भगदड़ से मंदिर में रुके श्रद्धालु, मेले की भीड़ एवं दुकानदारों के भागने के कारण चारों ओर अफरातफरी मच गई. प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं मंदिर न्यास समिति के सदस्यों के द्वारा जिला प्रशासन को सूचना दी गई. उसके बाद समस्तीपुर सहित चार थानों की पुलिस ने पहुंचकर शांत कराया.
पर्याप्त पुलिस बलों के आने के बाद उपद्रवी मेला छोड़कर भाग खड़े हुए. पुलिस बल द्वारा शांति स्थापित करने के बाद जाते ही रात दो बजे उपद्रवियों ने फिर से मेले में पहुंच कर मीना बाजार में आग लगा दी. दुकानदारों के सोये रहने के कारण मीना बाजार की तीन दुकानें जलकर राख हो गईं. तीनों दुकानदारों के 80 हजार रुपये नकद सहित दुकानदारों की दो लाख से अधिक की संपत्ति जल गई.
विदित हो कि कई राउंड फायरिंग के बाद लाठी डंडे से दुकानदारों एवं स्थानीय लोगों के साथ मारपीट में मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष इंद्रदेव शर्मा के साथ मारपीट करते हुए दांत तोड़ दिया. स्थानीय रमेश कुमार, एक मूढ़ी दूकानदार, राजद नेता संजय झा के पुत्र सहित लगभग आधे दर्जन लोग जख्मी हो गये. अध्यक्ष द्वारा प्रखंड चिकित्सालय मोरवा में इलाज कराया गया है.
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उपद्रवियों द्वारा कई दुकानों में लूटपाट की गई. तीन दुकानों में लगी आग से दुकानदार रीता देवी एवं संगीता देवी भी आग से जख्मी हो गयी. घटना का कारण बुधवार की शाम झूला झूलने के बाद झूले वाले को पैसा नहीं दिये जाने से उत्पन्न विवाद बताया गया है. विवाद के कारण मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष मनोज कुमार झा ने झूला बंद करा दिया. इसके बाद उपद्रवियों द्वारा दुकानदारों एवं न्यास समिति के अध्यक्ष से एक लाख रुपये रंगदारी की मांग शुरू कर दी गई.
रंगदारी नहीं देने के बाद हवाई फायरिंग करते हुए लाठीडंडे से मारपीट शुरू कर दी गई. महाशिवरात्रि मेले में उपद्रवियों द्वारा लगायी गयी आग के कारण मीना बाजार के तीन दुकानदारों की खुदनेश्वर स्थान मेला सहित दो मेले की कमाई जल गयी है.
प्रखंड एवं जिला प्रशासन की प्रशासनिक उदासीनता एवं पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने के कारण महाशिवरात्रि मेले में यह दुर्घटना घटी. एकमात्र दंडाधिकारी रितेश कुमार झा एवं तीन दर्जन पुलिस के द्वारा संपूर्ण एक वर्ग किलोमीटर विशाल मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही थी. मेले के प्रथम दिन महाशिवरात्रि के अवसर पर विशाल भीड़ को देखते हुए मंदिर न्यास समिति के सदस्यों के द्वारा प्रखंड एवं जिला प्रशासन से और भी सुरक्षा व्यवस्था की मांग की गई थी.
पहले दिन से ही मेला क्षेत्र में उपद्रवियों के द्वारा मारपीट की शिकायत मिलने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा चार दंडधिकारियों की प्रतिनियुक्ति करते हुए कम से कम दो दर्जन और पुलिस बलों की मांग की गई थी. बावजूद मांग की अनदेखी कर दी गई. यही नहीं मेला शुरू होने से 4 दिन पूर्व शांतिपूर्ण मेला संपन्न कराने के लिए आयोजित की गई शांति समिति की बैठक में जिला एवं प्रखंड प्रशासन के द्वारा पूरी उदासीनता बरती गई. ताजपुर थाना के एकमात्र उपेंद्र कुमार ने अपना प्रतिनिधित्व किया.
Published By: Thakur Shaktilochan