झारखंड: एनजीटी की रोक के बावजूद धड़ल्ले से हो रहा बालू का उठाव, शाम ढलते ही एक्टिव हो जाते हैं बालू माफिया
शाम ढलते ही किरीगडा, साकुल, टेरपा महुआ टोला, देवगड़ के अलावा कई बालू घाटों से प्रतिदिन ट्रैक्टर व हाइवा से अवैध रूप से बालू का उठाव जारी है. दिन-रात रेत की खुदाई कर ट्रैक्टर के द्वारा डंप किया जाता है फिर उसे डिमांड के अनुसार ट्रैक्टर व हाइवा के माध्यम से गंतव्य स्थल तक पहुंचाया जाता है.
पतरातू (रामगढ़), अजय तिवारी: रामगढ़ जिले के पतरातू क्षेत्र से शाम ढलते ही हाइवा व ट्रैक्टरों से बालू का उठाव शुरू हो जाता है. बालू माफियाओं द्वारा एनजीटी की रोक के बावजूद नदी से अवैध तरीके से बालू का उत्खनन कर हाइवा व ट्रैक्टर पर लोड कर धड़ल्ले से गंतव्य स्थल तक पहुंचाया जा रहा है. इसके बावजूद प्रशासन द्वारा इसे नहीं रोका जा रहा है. मीडिया में खबर आने के बाद प्रशासन द्वारा कार्रवाई भी की जाती है, परंतु कुछ दिनों बाद बालू का परिचालन बंद होने के बाद फिर बालू का उठाव जारी हो जाता है.
पीवीयूएनएल निर्माणाधीन पावर प्लांट में रोज पहुंचता है बालू
पीवीयूएनएल निर्माणाधीन पावर प्लांट में प्रतिदिन सैकड़ों हाइवा बालू की आपूर्ति की जा रही है. रात्रि 10 बजे के बाद से सुबह के 5 बजे तक बालू लदे वाहनों का आना प्रारंभ हो जाता है. इन बालू लदे वाहनों के लिए प्लांट का मुख्य गेट पूरी तरह खोल कर रखा जाता है, ताकि वाहन जल्दी-जल्दी बालू का परिवहन कर सकें.
अन्य वाहनों को गेट में एंट्री के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है
पीवीयूएनएल निर्माणाधीन पावर प्लांट के लिए उपकरण लेकर आए वाहनों को घंटों समेत कई दिनों तक एंट्री के लिए इंतजार करना होता है, वहीं बालू लेकर आने वाले वाहनों के लिए मेन गेट पूरी तरह खुला रहता है.
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शाम ढलते ही बालू का उठाव हो जाता है शुरू
शाम ढलते ही किरीगडा, साकुल, टेरपा महुआ टोला, देवगड़ के अलावा कई बालू घाटों से प्रतिदिन ट्रैक्टर व हाइवा से अवैध रूप से बालू का उठाव जारी है. दिन-रात रेत की खुदाई कर ट्रैक्टर के द्वारा डंप किया जाता है फिर उसे डिमांड के अनुसार ट्रैक्टर व हाइवा के माध्यम से गंतव्य स्थल तक पहुंचाया जाता है.
चलता है सेटिंग का खेल
बालू तस्करी का यह खेल पुलिस-प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के संरक्षण में चल रहा है. प्रशासन द्वारा गठित टीम जब कार्रवाई के लिए निकलती है तो इसकी सूचना उन लोगों तक पहुंच जाती है.
बालू उठाव को लेकर घट सकती है अप्रिय घटना
बालू उठाव को लेकर कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है. मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात्रि में कुछ ग्रामीणों ने बालू लोड कर आ रहे ट्रैक्टरों को रोक दिया. बालू माफियाओं व ग्रामीणों के बीच काफी नोकझोंक की भी चर्चा है. ग्रामीणों ने आशंका जतायी है कि यही स्थिति रही तो कभी भी बड़ी अप्रिय घटना हो सकती है.
कैंप कर करनी होगी कार्रवाई
पतरातू क्षेत्र में बालू के अवैध उत्खनन एवं उसके परिवहन को लेकर रामगढ़ जिला खनन पदाधिकारी ने कहा कि वस्तुस्थिति को देखते हुए पतरातू अंचलाधिकारी व खान निरीक्षक को आदेश कर कैंप करने का निर्देश दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में खनन संबंधित किसी भी तरह के अवैध कारोबार को रोकने के लिए यथासंभव कार्रवाही की जाएगी.
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प्रशासन की ओर से होती रही है कार्रवाई
पिछले दिनों रामगढ़ जिले में अवैध खनन पर पूरी तरह से रोक लगाने एवं दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के उद्देश्य से उपायुक्त रामगढ़ द्वारा अधिकारियों को योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने का निर्देश दिया गया था. इसी क्रम में पतरातू के अंचल अधिकारी शिव शंकर पांडे द्वारा पुलिसकर्मियों के साथ पतरातू प्रखंड अंतर्गत टोकीसूद एवं टेरपा छेत्र में अवैध बालू के स्टॉक के विरुद्ध जांच अभियान चलाया गया था. इस दौरान टोकीसूद व टेरपा अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 20 हाइवा अवैध बालू का स्टॉक जब्त कर प्रखंड कार्यालय पतरातू के परिसर में रखा गया था. इसके बाद बालू के निस्तारण को लेकर नियमानुसार कार्रवाई की गयी थी.