मैं बहुत जिद्दी हूं…कैंसर मेरे लिए एक जुखाम की तरह था- संजय दत्त
हिंदी सिनेमा की बहुप्रतीक्षित फिल्मों में से एक केजीएफ चैप्टर 2 का ट्रेलर दर्शकों के सामने आ चुका है. इस बार पर्दे पर यश के किरदार को फ़िल्म में संजय दत्त चुनौती देते नजर आने वाले हैं.
हिंदी सिनेमा की बहुप्रतीक्षित फिल्मों में से एक केजीएफ चैप्टर 2 का ट्रेलर दर्शकों के सामने आ चुका है. इस बार पर्दे पर यश के किरदार को फ़िल्म में संजय दत्त चुनौती देते नजर आने वाले हैं. संजय दत्त शुरुआत में इस फ़िल्म का हिस्सा बनने के लिए राजी नहीं थे. संजय दत्त इससे पहले भी नेगेटिव किरदार पर्दे पर कई बार निभा चुके हैं इसलिए शुरुआत में केजीएफ चैप्टर 2 में हिस्सा बनने को लेकर वे थोड़े संशय में थे.
साथ ही इस फ़िल्म की शूटिंग के दौरान संजय दत्त को अपनी कैंसर की बीमारी का भी पता चला था ,लेकिन संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त ने उन्हें के केजीएफ चैप्टर 2 का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया. संजय दत्त ने फ़िल्म के बेंगलुरु में हुए ट्रेलर लॉन्च के दौरान अपनी पत्नी मान्यता दत्त को थैक्स कहते हुए कहा कि इस फ़िल्म का हिस्सा बनने के लिए राजी करने के लिए शुक्रिया क्योंकि केजीएफ चैप्टर 2 का पूरा अनुभव काफी यादगार रहा है.
कैंसर मेरे लिए एक जुखाम की तरह था क्योंकि मैं बहुत जिद्दी हूं. इतने लोगों की दुआ भी थी कि मैंने अपनी जिद्द और दुआ की वजह से कैंसर को मात दे दी.
लॉन्च में एक्टर यश ने संजय दत्त को असली फाइटर बताया उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि फ़िल्म में हाई वोल्टेज एक्शन सीक्वेंस हैं. मैंने संजय सर को कहा कि आपके बॉडी डबल से करवा लेते हैं. उन्होंने कहा कि मेरी इंसल्ट मत करो. मैं खुद यह सब सीन करूंगा. उस वक़्त वो बीमारी से जूझ रहे थे लेकिन उन्होंने अपना बेस्ट दिया है. संजय ने बातचीत को आगे बढ़ाते हुए बताया कि मैंने निर्देशक प्रशांत को साफ कह दिया था कि अगर मुझे एक्शन नहीं करने दिया गया तो मैं फ़िल्म नहीं करूंगा. मुझे सेट पर जलते हुए टायर,धुंए के बीच शूट करना है.
गौरतलब है कि यह संजय दत्त की पहली पैन इंडिया फ़िल्म है.संजय ने कहा कि पूरा भारत एक होकर फ़िल्म बना रहा है. इससे अच्छी बात क्या हो सकती है।अधीरा मेरे अब तक के कैरियर के सबसे मुश्किल फिल्मों में से थी. यह फ़िल्म मुझे 40 साल पीछे ले गयी थी. जब मैंने इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत की थी क्योंकि उस वक़्त इस तरह की लार्जर देन लाइफ फिल्में बनती थी.