अभिनेत्री सारा अली खान इन दिनों जी 5 के ब्रांड कैम्पेन देखते रह जाओगे में नज़र आ रही हैं. वे मौजूदा ओटीटी के दौर को कंटेंट के लिहाज से खास बताती हैं. ओटीटी प्लेटफार्म,उनकी फिल्म अतरंगी रे सहित कई पहलुओं पर उर्मिला कोरी की हुई बातचीत
क्या वजह रही जो आप इस कैंपेन से जुड़ी ?
आज के जमाने में हम सभी लोगों को ये बात पता चल गयी है कि ऑनलाइन फिल्में देखना कितना मनोरंजक और सुरक्षित है. हम सभी अपने करीबी लोगों के साथ घर पर फिल्में देख रहे हैं और एन्जॉय कर रहे हैं. मेरे करियर की पहली फिल्म केदारनाथ जो मेरे दिल के बेहद करीब है और दूसरी फिल्म सिम्बा जो बहुत सफल रही थी. दोनों फिल्मों की रिलीज में कुछ हफ्तों का ही अंतराल है।दोनों ही फिल्में जी 5 पर मौजूद हैं. जिस प्लेटफार्म ने मेरा साथ शुरुआत से दिया है तो मुझे भी उसका साथ देना.
इस कैंपेन का टारगेट यूथ हैं ,यूथ आइकॉन होना आपको प्रेशर देता है ?
मैं खुद को आइकॉन या स्टार नहीं मानती हूं. मुझे लगता है कि मैं जो भी हूं लोग मुझे इसलिए पसंद करते हैं कि मैं उसे स्वीकार करती हूं. मैं जैसी हूं मुझे उससे कोई शिकायत नहीं है. बनावटी बेहतरीन और अच्छा बनने की कोशिश नहीं करती हूं. मुझे लगता है कि जब आप ज़्यादा दिखावा करते हैं तो लोग पहचान जाते हैं तो आप जैसे हैं वैसे रहें तो लोग आपको प्यार करने लगते हैं इसलिए मैं किसी भी तरह का प्रेशर नहीं लेती हूं.
ओटीटी बीते डेढ़ सालों में एक बड़ा माध्यम बनकर उभरा है, आप अपनी फिल्मों की ओटीटी रिलीज को लेकर कितनी सहज होती हैं ?
मैंने थिएटर के लिए एक्टिंग शुरू की थी. थिएटर का अनुभव मुझे बहुत पसंद है लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि ओटीटी प्लेटफार्म एक बड़ा माध्यम बनकर उभरा है और जो मुझे समझ आ रहा है. अभी के वक़्त में आपकी फिल्म या प्रोजेक्ट किस माध्यम में रिलीज हो रहा है इससे ज़्यादा अहम कंटेंट है. अगर आपका कंटेंट अच्छा है तो वो किस माध्यम में रिलीज हो रहा है. उसे लोग एन्जॉय करेंगे ही. नहीं अच्छा हो तो थिएटर हो या ओटीटी दर्शक उससे दूरी बनाकर रखेंगे.
क्या आप वेब सीरीज का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं ?
मैं अलग अलग कहानियों और महत्वपूर्ण किरदार का हिस्सा बनना चाहती हूं. ये मौका फिर मुझे फ़िल्म दे,वेब सीरीज दे मुझे फर्क नहीं पड़ता है. मुझे परफॉर्म करना पसंद है और मैं परफॉर्म करूंगी. आप मेरी परफॉर्मेंस को थिएटर की फिल्म में देख रहे हैं या ओटीटी की वेब सीरीज में मेरे लिए ये बात मायने नहीं रखती हैं.
आप दर्शक के तौर पर ओटीटी माध्यम को कितना एन्जॉय करती है ?
बहुत ज़्यादा,कोई सीरीज अच्छी है तो मैं पूरी रात बैठकर उसे देख सकती हूं. अभी शूटिंग नहीं हो रही तो अच्छे अच्छे कंटेंट को देखने का बहुत ही अच्छा मौका ओटीटी प्लेटफॉर्म में मिल रहा है. मैं अपनी मां के साथ देखती हूं. शूटिंग की वजह से हमें इतना समय साथ में बिताने को नहीं मिल पाता था. कभी मैं बाहर रहती हूं कभी वो लेकिन अभी के वक़्त में हमने बहुत सारा समय एक दूसरे को दिया और हमने साथ में कमाल का कंटेंट देखा उस पर चर्चा भी की.
आपकी फिल्म अतरंगी रे की शूटिंग पूरी हो गयी है क्या ?
हां अतरंगी रे की शूटिंग पूरी हो गयी है. लॉक डाउन जब भी बीच में थोड़ा थोड़ा खुला हमने इस फ़िल्म की शूटिंग पूरी कर ली. इस फ़िल्म में काम करना मेरे लिए सपने जैसा था. अक्षय सर और धनुष सर की एनर्जी कमाल की सेट पर होती थी. इस फिल्म की कहानी उम्दा है. इसमें कॉमेडी,ड्रामा,रोमांस सबकुछ है. मुझे यकीन है कि जितना मुझे फिल्म की शूटिंग करते हुए मज़ा आया था. उतना आपको फ़िल्म देखते हुए आएगा. आज चाहे जिस भी माध्यम में इस फिल्म को देखेंगे एन्जॉय करेंगे.
पिछले डेढ़ सालों ने हम सभी को बदला है आप में क्या बदलाव आपने महसूस किया ?
मेरी सोच में बदलाव आया है. संतुष्टि और खुशी छोटी छोटी चीजों में हैं. परिवार,सूरज,चांद, एक कप कॉफी, कोई पसंदीदा डिश ये सब आपको खुशी दे सकती है. खुश होने के लिए बड़ी बड़ी चीज़ें नहीं चाहिए. जो पास में है उसका सेलिब्रेशन करें। कुछ दिनों बाद जब चीज़ें नार्मल होंगी. हम काम पर जाना शुरू करेंगे. मैं खुद काम पर जाना चाहती हूं. मेरी उम्र में घर पर बैठना ठीक भी नहीं है. मैं पैसे कमाना चाहती हूं. अपने मम्मी और पापा का नाम रोशन करना चाहती हूं लेकिन अब काम करते हुए जो सीख इन डेढ़ सालों में मिली है. उसको भी याद रखना चाहूंगी. भागते नहीं रहना है थोड़ा थमना है पलों को जीना है. एक दूसरे की मदद करना है.