Jharkhand news: सरायकेला का साप्ताहिक बाजार परिसर वेंडिंग जोन के रूप में विकसित किया जायेगा. इसमें करीब 1.13 करोड रुपये खर्च होंगे. इसकी विभागीय स्वीकृति मिल गयी है. वेंडिंग जोन के रूप में विकसित करने के लिए हाट परिसर में आधारभूत संरचना का भी विकास किया जायेगा, ताकि दुकानदारों से लेकर खरीदारी करनेवाले लोगों को भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
वेंडिंग जोन के रूप में विकसित करने के लिए नगर पंचायत द्वारा प्रस्ताव तैयार कर नगर विकास विभाग को भेजा गया था, जिसमें विभाग द्वारा स्वीकृति दे दिया गया है. सिर्फ तकनीकी स्वीकृति बाकी है. तकनीकी स्वीकृति मिलते ही नगर पंचायत द्वारा निविदा प्रक्रिया करते हुए इससे विकसित करने का पहल शुरू कर दिया जायेगा.
वेंडिंग जोन के रूप में विकसित करने के लिए नगर पंचायत द्वारा जो प्रस्ताव भेजा गया है उनमें हाट में दुकान लगाने के लिए जहां नये शेड का निर्माण किया जायेगा, वहीं पुराने शेड जो काफी जर्जर हो गये हैं उनका मरम्मती भी कराया जायेगा. दुकानदारों की आवश्यकता को देखते हुए नये दुकान व शेड का भी निर्माण किया जायेगा.
इसके अलावे आमलोगों व दुकानदारों की सुविधा को देखते हुए पेवर्स ब्लॉक से सड़क बनाया जायेगा. बारिश में जल-जमाव व किचड़ से निदान के लिए सड़क के साथ नाली का भी निर्माण किया जायेगा. सड़क पूरे हाट के अंदर बनाया जायेगा. पेवर्स सड़क के निर्माण से बारिश में होनेवाली किचड़ से लोगों का निदान मिलेगा, वहीं गंदगी भी नहीं फैलेगी. साप्ताहिक हाट परिसर में पूर्व से ही शौचालय की व्यवस्था है. उससे और व्यवस्थित भी किया जायेगा, ताकि खरीदारी करनेवाले लोगों को बहार शौच नहीं करना पड़े और गंदगी नहीं फैले.
सरायकेला साप्ताहिक हाट पूर्व में बाजार समिति के अधीन था. हाट के टेंडर से लेकर आधारभूत संरचना का निमार्ण बाजार समिति के अधीन होता था, लेकिन राज्य में बाजार समिति द्वारा रॉयल्टी फ्री किये जाने और साप्ताहिक हाट नगर पंचायत क्षेत्र के अधीन रहने के कारण जिला प्रशासन द्वारा नगर पंचायत को ट्रांसफर कर दिया गया है. जिला प्रशासन द्वारा साप्ताहिक हाट का 2.58 एकड़ जमीन को नगर पंचायत को ट्रांसफर कर दिया गया है. अब नगर पंचायत पर ही साप्ताहिक हाट की नीलामी से लेकर आधारभूत संरचना के विकास करने की जिम्मेवारी है.
इस संबंध में सरायकेला नगर पंचायत के एग्जीक्यूटिव पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि वेंडिंग जोन के रूप में विकसित करने के लिए नगर विकास विभाग को प्रस्ताव भेजा गया था, जो स्वीकृत हो गया है. तकनीकी स्वीकृति मिलते ही टेंडर प्रक्रिया करते हुए इस पर विकसित करने के लिए पहल शुरू कर दिया जायेगा.
रिपोर्ट: प्रताप मिश्रा, सरायकेला.