Saraswati Puja 2024: बरसोल में बन रहा डेढ़ लाख का आकर्षक पूजा पंडाल, 3 राज्यों से आएंगे लोग, 4 दिन का आयोजन
Saraswati Puja 2024 | इस साल सरस्वती पूजा 14 फरवरी को है. पूजा की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. आकर्षक पंडाल बनाए जा रहे है. पूर्वी सिंहभूम के बरसोल में डेढ़ लाख का आकर्षक पूजा पंडाल बन रहा है. यहां हर साल धूमधाम से पूजा मनाई जाती है. 3 राज्यों से लोग यहां पूजा देखने आते हैं.
बरसोल (पूर्वी सिंहभूम), गौरव पाल : विद्या की देवी मां सरस्वती पूजा का त्योहार इस साल 14 फरवरी को मनाया जाएगा. इसे लेकर बरसोल ग्रामीण क्षेत्र में जोर-शोर से तैयारी की जा रही है. मानुषमुड़िया में मां सरस्वती की पूजा प्रत्येक वर्ष धूमधाम के साथ की जाती है. इस साल भी अलग-अलग पूजा समिति की ओर से अलग-अलग आकर्षक पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है. सागर संघ क्लब पर बरगद के पेड़ जैसा आकर्षक पंडाल बनाया जा रहा है. वहीं बड़ापारूलिया समिति की ओर से कोणार्क सूर्य मंदिर रूप जैसा पंडाल का निर्माण हो रहा है. इसके साथ ही कुमारडुबी, खांडामौदा, पाठपुर समेत अन्य स्थानों पर सरस्वती पूजा के लिए पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है.
शैक्षणिक संस्थानों में भी चल रही तैयारियां
सरस्वती पूजा को लेकर विद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में भी तैयारियां चल रही हैं. पूजा को लेकर बाजार भी सज चुके हैं. जगन्नाथपुर चौक, दरीशोल रोड के दुकानों में तरह-तरह के सजावटी सामानों के साथ-साथ पूजा के सामान बेचे जा रहे हैं. बाजार में लोगों की अच्छी भीड़ भी देखी जा रही है.
आकर्षक मूर्तियों का हो रहा निर्माण, कीमत 500 से शुरू
बरसोल के मानुषमुड़िया में मूर्तिकारों द्वारा आकर्षक प्रतिमाओं का भी निर्माण किया जा रहा है. मूर्तिकार प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं. यहां ऑर्डर के अनुसार भी प्रतिमाएं बनाई जा रही हैं. मूर्तिकार प्रणव घोष ने कहा कि बरसोल के अलावा बहरागोड़ा और बंगाल आदि क्षेत्र से भी लोग यहां प्रतिमा खरीदने पहुंचते हैं. इस बार पांच 500 से लेकर 30 हजार रुपये तक की मूर्तियां बनाई गई हैं. कई पूजा समिति की ओर से दिए गए ऑर्डर और डिजाइन के आधार भी प्रतिमा का निर्माण हो रहा है.
इस बार डेढ़ लाख का पंडाल, तीन राज्यों से आते हैं लोग
सागर संघ क्लब द्वारा बनाए जा रहे पंडाल की लागत लगभग डेढ़ लाख रुपए है. क्लब की ओर से 1990 से सरस्वती पूजा का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है. इस साल 34 वां साल है. यहां तीन राज्यों के लोग सरस्वती पूजा देखने आते हैं. सरस्वती पूजा कमेटी के सचिव टुला बारीकी और राशु भुइयां ने यह जानकारी दी है. इस आकर्षक पंडाल के निर्माण में बंगाल के कारीगर बिल्लू नमता और उनकी पूरी टीम लगी हुई है. पंडाल की लंबाई करीब 25 फीट और चौड़ाई 15 फीट की होगी. इस पंडाल का प्रारूप बरगद पेड़ जैसा होगा.
चार दिनों तक होगा सरस्वती पूजा का आयोजन
यहां चार दिनों तक सरस्वती पूजा का आयोजन होगा, अलग-अलग दिन में अगल-अलग कार्यक्रम आयोजित होंगे. हर दिन पंडाल में प्रसाद वितरण का व्यवस्था होगी. हर रात को पश्चिम बंगाल का यात्रा आयोजित किया जाएगा. बच्चों के कई सारे कार्यक्रम भी आयोजित होंगे. पूजा को सफल बनाने के लिए देवाशीष मंडल, श्रीमंत मंडल, रिंकू बारीक, दीपक बारीक, बप्पा बारीक, भुलका मंडल, बापी बारीक, राहुल बारीक, विश्वनाथ बारीक, देवाशीष बारीक समेत पूरे कमेटी के सदस्य जुटे हुए हैं.
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