बुधवार को गिरिडीह के झंडा मैदान से राज्य की महत्वाकांक्षी ‘आपकी योजना, आपकी सरकार-आपके द्वार’ कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कई बड़ी घोषणाएं की. इसके तहत जहां राज्य में जल्द 25 हजार शिक्षकों की नियुक्ति होगी, वहीं पलायन करने वाले मजदूरों की आकस्मिक मौत पर उनके परिजनों को चार लाख रुपये देने की बात कही. इसके अलावा राज्य भर में जिन लोगों की मौत सांप के डसने, हाथी द्वारा मारे जाने, पानी में डूबने या अन्य आपदा से होती है, तो सरकार ऐसे लोगों के परिजनों को चार लाख रुपये मुआवजे के तौर पर देगी. कहा कि जो पूर्व में अलग-अलग राशि देने का प्रावधान था, उसे एक समान किया गया है. इस मौके पर सीएम ने चार योजनाओं का उद्घाटन और 57 योजनाओं का शिलान्यास किया. वहीं, 22 हजार से अधिक लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण भी किया.
सीएम ने कहा कि झारखंड कैबिनेट से माइका उद्योग की समस्या के समाधान के लिए आगे बढ़ने का निर्णय लिया गया है. बहुत जल्द माइका उद्योग की व्यावसायिक व्यवस्था स्थापित करने की दिशा में कार्य दिखेगा. कहा कि ‘आपकी योजना, आपकी सरकार-आपके द्वार’ कार्यक्रम के नाम से ही सरकार के उद्देश्य और सरकार की मंशा का पता लगता है. इस कार्यक्रम के जरिए हमने आपकी समस्याओं के समाधान का काम किया.
उन्होंने कहा कि विरोधियों सहित सभी जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया, पर इस मंच पर कोई विरोधी नहीं नजर आ रहे. रांची में बैठकर हमारी सरकार के खिलाफ षडयंत्र रचने का काम कर रहे हैं. इनको अच्छा नहीं लग रहा कि लोगों का काम हो रहा है. ये ईडी, सीबीआई का डर दिखा कर हमारी आवाज दबाना चाहते हैं, लेकिन ये भूल जाएं उनके सपनों को चूर-चूर करने की क्षमता हममें पैदा हो गई है. इस राज्य का विकास होगा, तो आप लोगों को मिलकर साथ चलना होगा. हम मंजिल और रास्ता दिखा सकते हैं चलना तो आपको ही होगा, तभी मंजिल मिलेगा. कहा कि चिंता मत करिए, आंधी-तूफान आता रहेगा, पर सरकार का कदम कभी नहीं रुकेगा. कुछ लोग अघोषित विधायक दल ने नेता बने हुए हैं और समाचार पत्रों में हेडलाइंस छपवा रहे हैं. किस नीयत और किस मुंह से बोलते हैं. क्या इनकी मानसिकता है. सब समझते हैं. हमारे साथ चुनाव लड़े थे. जहां कहा था वहां से उनके लिए चुनाव प्रचार किया. अब उधर बैठे हैं. किस माया-मोह में बैठे हैं. अघोषित विधायक दल नेता बने हुए हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने आपके लिए इतनी सारी योजनाएं लेकर आयी है. इस सरकार ने बच्चियों के लिए सावित्री बाई फुले किशोरी योजना की शुरुआत किया है. जब ये बच्चियां 18 साल की होगी, तो 40 हजार रुपये दिये जाएंगे. हर जिले में मॉडल स्कूल बनकर तैयार हो रहा है. वो सरकार स्कूल राज्य के प्राइवेट स्कूल से भी बेहतर साबित होगा. अगले सत्र से हमारा प्रयास है उन स्कूलों को शुरू कर दें. पहले की सरकार न सुनती थी और न करती थी, बल्कि सिर्फ लाठी चलाना जानती थी. अब ये सरकार सुनती भी है और करती भी है. शिक्षा विभाग में लगभग 25 हजार नियुक्ति निकलने जा रही है. आज विदेशों में SC, ST, OBC के बच्चों को 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप के साथ पढ़ाई कर रहे हैं.
सीएम ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री रोजगार योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, फूलो झानो योजना के जरिए ग्रामीणों को सशक्त बनाने का काम हो रहा है. जो चीजें ब्लॉक और जिला कार्यालय में होता था उसे हम आपकी पंचायतों तक लेकर जा रहे हैं. इस बार पदाधिकारियों की कोई लापरवाही नहीं होगी. हर दिन मॉनिटरिंग होगा. 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने , एक पेड़ पर पांच यूनिट मुफ्त बिजली देने की योजना हमारी सरकार ने लाया है. आज 100 करोड़ के सड़क की योजना का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया है. झारखंड बोर्ड के अलावा CBSE और ICSE में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को राज्य सरकार क्रमश: तीन, दो और एक लाख रुपये पुरस्कार देगी. कहा कि आज बेटियां खेल में मेडल लेकर आ रही. कई क्षेत्रों में कप्तानी भी कर रही है. अब झारखंड बदल रहा है.
इस मौके पर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन लगातार राज्य के विकास में प्रयत्नशील है. इनकी अगुवाई में राज्य सरकार ने 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ी है. कहा कि जब इसका गजट आ जायेगा, तो इसका लाभ लोगों को मिलेगा. वहीं, मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि यह लोकप्रिय योजना है. ये योजना ग्रामीण क्षेत्र के जरूरतमंदों के लिए वरदान साबित हो रहा है. झारखंड का विकास गठबंधन की सरकार बखूबी कर सकती है. हमारी सरकार पर आपने भरोसा जताया है. हम आपकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे.
राज्य के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि हर पंचायत में युद्ध स्तर पर राज्य सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है. गिरिडीह से बड़ी संख्या में दूसरे राज्य में काम करने के लिए श्रमिक जाते हैं. इन श्रमिकों की चिंता राज्य सरकार कर रही है. वहीं, गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि दिशोम गुरु ने जो सपना देखा था वो आज साकार हो रहा है. झारखंडी सोच वाली सरकार ने उन सवालों के समाधान का प्रयास किया जो पिछले 19 साल से भटक रहे थे. झारखंडी मूलवासी सवालों को पिछली सरकार ने कभी नहीं सुना. जब झारखंड की सरकार होगी, तो झारखंडियों के हित में होंगे.
रिपोर्ट : मृणाल सिन्हा, गिरिडीह.