झारखंड के 576 प्लस टू स्कूल में सृजित होगा प्राचार्य का पद, भेजा गया प्रस्ताव, 2012 में ही बनी थी नियमावली
विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पद के जगह प्राचार्य का पद सृजित किया जायेगा. प्लस टू विद्यालयों में 67 फीसदी पदों पर सीधी नियुक्ति होगी, जबकि शेष 33 फीसदी पदों पर हाइस्कूल शिक्षकों को प्रोन्नति दी जायेगी.
झारखंड के प्लस टू विद्यालयों में प्राचार्य का पद सृजित होगा. इसकी प्रक्रिया शुरू की गयी है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के स्तर से इसे स्वीकृति मिल गयी है. पद सृजन का प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा गया है. जानकारी के अनुसार, राज्य में कुल 635 प्लस टू विद्यालय हैं. इनमें से 59 विद्यालयों में पहले से प्राचार्य का पद सृजित है. 576 विद्यालयों में प्राचार्य का पद सृजित नहीं है. इन विद्यालयों को हाइस्कूल से प्लस टू विद्यालय में अपग्रेड किया गया है.
ऐसे में इन विद्यालयों में पहले से प्रधानाध्यापक का पद सृजित था, इन पदों को अब सरेंडर किया जायेगा. विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पद के जगह प्राचार्य का पद सृजित किया जायेगा. प्लस टू विद्यालयों में 67 फीसदी पदों पर सीधी नियुक्ति होगी, जबकि शेष 33 फीसदी पदों पर हाइस्कूल शिक्षकों को प्रोन्नति दी जायेगी.
इधर, राज्य में 59 विद्यालयों में से 39 पदों पर प्राचार्य नियुक्ति के लिए प्रस्ताव झारखंड लोक सेवा आयोग भेज दिया गया है. झारखंड लोक सेवा आयोग ने प्राचार्य नियुक्ति को लेकर भेजे गये प्रस्ताव के कुछ बिंदुओंं पर विभाग से जानकारी मांगी थी. विभाग द्वारा जानकारी उपलब्ध करा दी गयी है.
नियमावली बनी पर पद ही सृजित नहीं :
राज्य के प्लस टू विद्यालयों में प्राचार्य की नियुक्ति के लिए वर्ष 2012 में ही नियमावली बनायी गयी थी. नियुक्ति के लिए नियमावली तो बना दी गयी, पर विद्यालयों में प्राचार्य का पद ही सृजित नहीं किया गया. अब नियमावली बनने के दस वर्ष बाद प्लस टू विद्यालयों में प्राचार्य का पद सृजित किया जा रहा है. पद सृजन के बाद विद्यालयों में प्राचार्य की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.