गोड्डा: झारखंड के अंतिम व्यक्ति तक पदाधिकारी पहुंच रहे हैं. सरकार भी जा रही है और योजनाएं भी हकीकत में धरातल पर उतर रही हैं. हमारी स्पष्ट सोच है कि राज्य के सुदूरवर्ती व दूरस्थ गांवों में भी विकास रफ्तार पकड़े. ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को सुंदरपहाड़ी प्रखंड के तसरिया के एकलव्य मैदान में आयोजित विकास मेला सह जनता दरबार को संबोधित करते हुए कहीं. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जो पढ़े-लिखे हैं और नौकरी करना चाहते हैं, उनके लिए सरकारी विभागों में खाली पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. निजी क्षेत्र के संस्थानों और कंपनियों में भी स्थानीय युवाओं के लिए 75 प्रतिशत नौकरी सुरक्षित करने का कानून बना दिया गया है. जो कम पढ़े लिखे हैं और स्वरोजगार करना चाहते हैं, उनके लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना समेत कई योजनाओं को सरकार ने शुरू किया है.
गांव व ग्रामीण अर्थव्यवस्था केंद्रबिंदु में
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य की सरकार गांव के विकास व ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ को केंद्र बिंदु मान कर काम कर रही है. अब सरकार गांव-गांव जा रही है. ऐसे में पदाधिकारी को भी गांव-गांव हर हाल में पहुंचना होगा. सरकार की स्पष्ट सोच है कि जब तक गांव-गांव सरकार नहीं जायेगी, तब तक गांव का विकास नहीं हो पायेगा. सुंदरडैम को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जायेगा. गोड्डा में 100 किलोमीटर नयी सड़क बनेगी, जिसमें 50 किलोमीटर ग्रामीण क्षेत्र से होकर गुजरेगी. कार्यक्रम को राजमहल सांसद विजय हांसदा, विधायक दीपिका पांडेय सिंह व पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने भी संबोधित किया. स्वागत भाषण डीसी जिशान कमर ने दिया.
मल्टीपरपस ऑडिटोरियम की रखी आधारशिला
मौके पर मुख्यमंत्री ने सुंदरपहाड़ी में मल्टीपरपस ऑडिटोरियम की आधारशिला रखी. उन्होंने स्कूल भवन और यहां उपलब्ध व्यवस्थाओं और सुविधाओं का निरीक्षण किया व यहां पढ़ रहीं बच्चियों से सीधा संवाद किया. मुख्यमंत्री ने बच्चियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि आप सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दें. आपकी पढ़ाई का खर्च सरकार उठायेगी. सरकार ने छात्रवृत्ति की राशि में भी बढ़ोतरी कर दी है. आप मेडिकल-इंजीनियरिंग आदि की तैयारी करना चाहते हैं, तो उसके लिए भी सरकार आर्थिक सहयोग दे रही है. यूपीएससी, जेपीएससी, एसएससी बैंकिंग और रेलवे जैसी प्रतियोगिता परीक्षाओं की कोचिंग का भी खर्च सरकार वाहन करेगी. इतना ही नहीं आपके मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई पर जो खर्च आएगा, उसे भी सरकार देगी. विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए भी सरकार शत-प्रतिशत आर्थिक सहयोग दे रही है.