पूर्व मंत्री सरयू राय ने कहा है कि उनकी नजर धनबाद लोकसभा सीट पर नहीं है. इसको लेकर किसी गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए. वे न तो किसी राजनीतिक दल में हैं और ना ही एनडीए, यूपीए सहित किसी राजनीतिक दल के गंठबंधन का हिस्सा ही हैं. उनकी बातों का गलत अर्थ ना लगाया जाए और ना ही कोई व्यक्तिगत बातों को सार्वजनिक करनी चाहिए. उक्त बातें रविवार को धनबाद में प्रभात खबर से बातचीत में पूर्व मंत्री ने कही.
वह अपने बयान पर धनबाद सांसद पशुपति नाथ सिंह के बयान का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि वह टीका-टिप्पणी में विश्वास नहीं करते, लेकिन, उनकी हालत राजा नहुष वाली नहीं है. वह किसी मुगालते में नहीं रहते, क्योंकि आज के समय में पूर्व सांसद एके राय की तरह कोई निर्दलीय लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ सकता. श्री राय ने कहा कि वह नहीं बल्कि धनबाद व बोकारो के भाजपा के युवा विधायक राज सिन्हा व बिरंची नारायण, पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल सहित कई अन्य नेता लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं.
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने धनबाद में अवैध खनन के लिए जिला प्रशासन व राज्य सरकार को जिम्मेवार ठहराया. रविवार को यहां बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार झा के आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अवैध खनन रोकना राज्य कि जिम्मेदारी होती है.
जिला प्रशासन को फौरी उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकारी कंपनियां तीन गुणा अधिक दाम पर दवाएं बेच रही है. टेंडर के नियमों की अनदेखी की गयी है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ट्रांसफर-पोस्टिंग अपने तरीके से कर रहे हैं. जबकि कायदे से इसके लिए फाइल सीएम के पास जानी चाहिए. प्रमुख विपक्षी दलों की सुस्ती से राज्य में भ्रष्टाचार तेजी से बढ़ा है.