कोलकाता : विष्णुपुर से भाजपा सांसद सौमित्रा खां ने पार्टी छोड़ने की अटकलों को विराम लगाते हुए कहा कि वह भाजपा में हैं और इसी में रहेंगे. पार्टी में उनका किसी से कोई मतभेद नहीं है. बकौल सौमित्र खां- ढाई वर्ष पहले जब मैं भाजपा से जुड़ा था, तब बंगाल में बस दो सांसद थे और विधायकों की संख्या भी कम थी. लेकिन अब बंगाल में भाजपा के 18 सांसद व 75 विधायक हैं.
सौमित्र खां ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 2.27 करोड़ लोगों ने अपना वोट दिया है. उनके मुताबिक, जो भाजपा छोड़कर दूसरी पार्टियों में जाने की सोच रहे हैं, वे जान लें कि वहां जाकर अपनी योग्यता खो देंगे. सौमित्र खां ने आगे कहा कि आज राजनीति, रोजगार का एक धंधा बन गया है. लोग भाजपा छोड़कर दूसरी पार्टी में जाना चाहते हैं.
कहा कि भाजपा में जनसेवा को महत्व दिया जाता है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष की बैठक से दूर रहने के सवाल पर सांसद सौमित्र खां ने साफ किया कि वह कोविड-19 के चलते बैठक में नहीं जा पाये थे. गौरतलब है कि सौमित्र खां पहले तृणमूल कांग्रेस के सक्रित नेता थे और तृणमूल के टिकट पर सांसद भी बने थे. पर बाद में वह तृणमूल छोड़कर भाजपा से जुड़ गये. इसके बाद वर्ष 2019 में वह विष्णुपुर सीट से भाजपा के टिकट पर जीत कर सांसद बने.
वहीं, विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सौमित्र खां की पत्नी सुजाता मंडल भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में लौट गयीं और आरामबाग विधानसभा सीट से उम्मीदवार भी बनीं. लेकिन, इस सीट पर सजाता मंडल को हार का सामना करना पड़ा. इधर, सौमित्र के भाजपा छोड़ने की अटकलों पर सुजाता मंडल ने कहा कि भाजपा के लोग हार से हताश हैं.
सुजाता ने कहा कि भाजपा में अब गंदा खेल चल रहा है, इसलिए वहां सौमित्र खां का भी दम घुट रहा होगा. इसलिए शायद सौमित्र खां भाजपा के व्हाट्सएप ग्रुप से अलग हो गये हैं. अलबत्ता, सौमित्र ने कहा है कि वह भाजपा छोड़ कर कहीं नहीं जा रहे हैं.
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Poste By: Mithilesh Jha