बहुरेंगे खूंटी के प्रसिद्ध रंगरोड़ी धाम के दिन, सावन में भगवान शिव की पूजा के लिए श्रद्धालुओं का लगता है तांता
सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार ने कहा कि ग्रामीणों की मांग के अनुसार रंगरोड़ी धाम परिसर की जाली से घेराबंदी और ब्रिज बनाया जाये. रंगरोड़ी धाम को पर्यटन स्थल के रूप में चिन्हित किया जाये. डीडीसी ने मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया.
खूंटीः खूंटी के प्रसिद्ध रंगरोड़ी धाम के दिन अब बदलेंगे. रंगरोड़ी धाम को जिला प्रशासन द्वारा विकसित किया जायेगा. इसे लेकर गुरूवार को सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार की अगुवाई में डीडीसी नीतीश कुमार सिंह ने रंगरोड़ी धाम का निरीक्षण किया. उन्होंने रंगरोड़ी धाम में भगवान शिव की आराधना भी की. इस दौरान ग्रामीणों से बातचीत करते हुये रंगरोड़ी के विकास को लेकर चर्चा की.
पर्यटन स्थल के रूप में होगा विकसित
सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार ने कहा कि ग्रामीणों की मांग के अनुसार रंगरोड़ी धाम परिसर की जाली से घेराबंदी और ब्रिज बनाया जाये. रंगरोड़ी धाम को पर्यटन स्थल के रूप में चिन्हित किया जाये. डीडीसी ने मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि रंगरोड़ी धाम काफी खूबसूरत जगह है. यहां गुफा के अंदर शिवलिंग स्थित है. यह स्थान आस्था और पर्यटन के हिसाब से अच्छी जगह है. इसे पिकनिक स्पॉट के रूप में भी विकसित किया जा सकता है. जिला प्रशासन द्वारा इस स्थान को बेहतर बनाया जायेगा. इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए बुनियादी सुविधाएं भी बहाल की जायेंगी. इस दौरान ग्रामीणों ने सड़क चौड़ीकरण की भी मांग रखी. प्रमुख छोटराय मुंडा, मुखिया बधवा उरांव, ग्राम प्रधान, पुजारी और पहान सहित अन्य मौके पर उपस्थित थे.
गुफा के अंदर है शिवलिंग
रंगरोड़ी गांव स्थित रंगरोड़ी धाम में शिवलिंग कांची नदी के अंदर गुफा में स्थित है. यहां पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं को नदी में गुफा के अंदर प्रवेश करना पड़ता है. काफी संकरा गुफा होने के बाद भी सभी श्रद्धालु आसानी से अंदर चले जाते हैं. मान्यता है कि यहां मांगी गयी सभी मनोकामना पूरी होती हैं. सावन में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. मकर संक्रांति के अवसर पर यहां बड़ा टुसू मेला लगता है.
Also Read: Jharkhand Village Story: झारखंड का एक गांव है बटकुरी, जहां नक्सली कभी नहीं दे सके दस्तक