Sawan Shivratri 2023: सावन शिवरात्रि आज, इन राशियों पर पड़ने वाला है खास असर, बन रहा है ये दुर्लभ संयोग
Sawan Shivratri 2023: आज 15 जुलाई को सावन शिवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है. श्रावण मास में अधिक मास पड़ने के कारण पूरे 59 दिन के सावन पड़ रहे है. जिसके कारण शिवरात्रि भी दो पड़ रही है. इस साल सावन शिवरात्रि पर कुछ राशि के जातकों की बंद किस्मत खुल जाएगी.
Sawan Shivratri 2023: इस साल सावन शिवरात्रि का महापर्व 15 जुलाई को है. इसी के साथ सावन शिवरात्रि पर वृद्धि योग बन रहा है. शुभ योग बनने से सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करने पर दोगुने फल की प्राप्ति होती है. श्रावण मास में अधिक मास पड़ने के कारण पूरे 59 दिन के सावन पड़ रहे है. जिसके कारण शिवरात्रि भी दो पड़ रही है. इस साल सावन शिवरात्रि पर कुछ राशि के जातकों की बंद किस्मत खुल जाएगी. नौकरी और बिजनेस में तरक्की होगी तो वहीं धन लाभ से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी.
कर्क राशि
सावन शिवरात्रि के दिन आप पर शिव कृपा रहेगी. बिजनेस करने वाले जातकों को अच्छा मुनाफा होगा. धार्मिक स्थल पर जाकर मन को शांति प्राप्त होगी. रुपए खर्च होंगे, लेकिन मन में एक खुशी भी रहेगी. कोई भी कार्य सावधानी से करें.
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए यह शुभ अवसर नौकरी में पदोन्नति या वेतन वृद्धि जैसे आशाजनक विकास की संभावना के साथ-साथ परिवार में नए सदस्य के आगमन की खुशी की संभावना भी लाता है. कार्यस्थल पर अपने सहकर्मियों से सहयोग की उम्मीद कर सकते हैं, जबकि घर पर आपके प्रियजन मदद के लिए हाथ बढ़ाएंगे.
कुंभ राशि
शनि की राशि कुंभ के ऊपर भी शिव जी की विशेष कृपा रहेगी. सावन शिवरात्रि के साथ परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा. धन लाभ के साथ रुके हुए काम एक बार फिर से शुरू हो सकते हैं. नई नौकरी तलाश रहे लोगों को भी सफलता हासिल हो सकती है. कार्यस्थल में आपके काम की प्रशंसा हो सकती है. परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा.
सावन शिवरात्रि 2023 डेट
सावन का महीना 4 जुलाई 2023 से आरंभ होगा. इस साल सावन की पहली मासिक शिवरात्रि 15 जुलाई 2023 को है. वहीं सावन में दूसरी मासिक शिवरात्रि व्रत 14 अगस्त 2023 को है. इस बार सावन अधिकमास भी रहेगा. यही वजह है कि सावन में दो मासिक शिवरात्रि का संयोग बन रहा है.
पूजा का शुभ मुहूर्त
प्रथम पहर की पूजा- शाम 7.21 बजे से रात 9.54 बजे तक
द्वितीय पहर की पूजा- रात 9.54 बजे से देर रात 12.27 बजे तक (16 जुलाई)
तृतीय पहर की पूजा- रात 12.27 बजे से देर रात 03.00 बजे तक (16 जुलाई)
चतुर्थ पहर की पूजा- रात 03.00 बजे से सुबह 05.33 बजे तक (16 जुलाई)
सावन शिवरात्रि व्रत पूजन विधि
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सुबह जल्दी उठें और नित्यकर्मों से निवृत्त हो जाएं.
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इसके बाद जिस जगह पूजा करते हैं, वहां साफ कर लें.
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फिर महादेव को पंचामृत से स्नान कराएं.
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उन्हें तीन बेलपत्र, भांग धतूरा, जायफल, फल, मिठाई, मीठा पान, इत्र अर्पित करें.
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शिवजी को चंदन का तिलक लगाएं, फिर खीर का भोग लगाएं.
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दिन भर भगवान शिव का ध्यान करें, उनकी स्तुति करें.
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रात के समय प्रसाद रूपी खीर का सेवन कर पारण करें और दूसरों को भी प्रसाद बांटें.
सावन शिवरात्रि 2023 विशेष उपाय
सावन की शिवरात्रि का महत्व उतना ही माना जाता है जितना महाशिवरात्रि का.
ऐसे में इस दिन भगवान शिव को शमी के पौधे की पत्तियां अर्पित करनी चाहिए.
ऐसा करने से शनि दोष नहीं लगता है और साढ़े साती-ढैय्या से राहत मिलती है.
सावन शिवरात्रि का महत्व
शिवरात्रि के दिन सच्चे मन से पूजा-व्रत करने से इंसान की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. इस दिन व्रत रखने से इंसान के सभी मुश्किल काम हल हो जाते हैं और उसकी सभी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं. शिवरात्रि के बारे में कहा जाता है कि अगर कुंवारी कन्याएं इस दिन व्रत रखती हैं तो उन्हें मनचाहा वर मिलता है और विवाह में आ रही रुकावट भी दूर हो जाती है. शिव पुराण में इस व्रत का उल्लेख करते हुए लिखा है कि जो कोई भी इंसान इस दिन सच्चे मन से पूजा करता है और व्रत रखता है उसकी सभी इच्छाएं अवश्य पूरी हो जाती हैं.
सावन शिवरात्रि के दिन जलाएं घी का दीपक
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सावन शिवरात्रि की शाम को शिव मंदिर जाकर घी का दीपक जलाएं. ऐसा करने से भोलेनाथ सुख-शांति, धन-संपदा का आशीर्वाद देते हैं.
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सावन शिवरात्रि के दिन करें दान
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हिंदू धर्म में दान का विशेष महत्व है. इसी तरह मासिक शिवरात्रि के दिन जरूरतमंद और गरीब लोगों को भोजन कराएं. इसके साथ ही वस्त्र आदि का दान करें. ऐसा करने से घर में बरकत बढ़ती है.
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