Sawan: काशी विश्वनाथ का लाखों श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक, यहां हुई हेलीकॉप्टर से कांवरियों पर पुष्पवर्षा
काशी विश्वनाथ के दर्शन पूजन के लिए रविवार रात से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है. सोमवार सुबह से इस भीड़ में और इजाफा हो गया है. लोग बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के लिए कतार में खड़े हैं. ज्ञानवापी सर्वे के मद्देनजर सोमवार को अन्य दिनों की अपेक्षा सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं.
Varanasi News: यूपी में सावन के तीसरे और अधिकमास का पहले सोमवार पर काशी विश्वनाथ में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है. लोग भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए कतार में खड़े हैं. परिसर में हर हर महादेव और बोल बम के नारे की गूंज सुनाई दे रही है. इसके साथ ही प्रदेश के अन्य शिवालयों पर भी श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. सावन में प्रदेश में शिवभक्त कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा का क्रम तीसरे सोमवार को भी जारी रहा.
काशी क्षेत्र डीसीपी राम सेवक गौतम ने कहा कि किसी भी प्रकार के दो पहिए और चार पहिए वाहन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाई गई है. वहां पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है और साथ ही बैरिकेडिंग भी की गई है, ताकि काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी नहीं हो. सभी श्रद्धालु अच्छी तरह से पूजन-दर्शन कर रहे हैं. सभी मंदिरों में पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
बताया जा रहा है कि सुबह आठ बजे तक करीब डेढ़ लाख भक्तों ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई. इससे पहले रविवार को शयन आरती तक चार लाख भक्तों ने बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया. सावन में अपने आराध्य के दर्शन पूजन को देश के विभिन्न हिस्सों से लोग काशी पहुंच रहे हैं.
सावन के तीसरे सोमवार पर रात से ही बाबा का जलाभिषेक करने के लिए शिवभक्तों की कतार लगनी शुरू हो गई थी. एक तरफ कतार चितरंजन पार्क तो दूसरी ओर गोदौलिया चौक और गेट नंबर चार से चौक के आगे तक शिवभक्त कतारबद्ध नजर आए. भोर में मंगला आरती के बाद गर्भगृह के पट झांकी दर्शन के लिए खुले तो कतार में खड़े श्रद्धालु हर-हर महादेव के जयकारे लगाने लगे.
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण सावन में काशी विश्वनाथ के गर्भगृह में प्रवेश और स्पर्श दर्शन की अनुमति नहीं है. भक्तों को बाहर से ही झांकी दर्शन कराए जा रहे हैं. वहीं बाहर लगे पात्र से जलाभिषेक की व्यवस्था की गई है. अपने आराध्य का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं बेहद उत्साह देखा जा रहा है.
भारी भीड़ को देखते हुए श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और जिला प्रशासन की ओर से कतारबद्ध श्रद्धालुओं को गर्भगृह तक पहुंचाने के लिए समय सीमा निर्धारित की गई है. प्रयास किया जा रहा है कि इस समय सीमा के अंदर श्रद्धालुओं का दर्शन करा दिए जाएं. बाबा के द्वार जाने वाले रास्तों पर को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है.
कपाट खुलने के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार आगे बढ़ती रही. सावन का सोमवार होने के कारण भीड़ में लगातार इजाफा हो रहा है. श्रद्धालुओं की कतार कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. इस बीच गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन अलर्ट है. ललिताघाट से श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया है. शेष तीनों गेट से पूर्व की ही तरह प्रवेश जारी है.
सावन के तीसरे सोमवार को काशी में अन्य शिवालयों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है. शहर के केदारेश्वर, मृत्युंजय महादेव मंदिर, सारंग नाथ, कर्मदेश्वर महादेव और बीएचयू स्थित विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य देवालयों में सुबह से लोग भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर रहे हैं.
84 घाट व 12 कूपों के जल से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक
सावन के तीसरे सोमवार को व्यापारी संघ ने श्री काशी विश्वनाथ का 84 घाटों व 12 कूपों के जल से अभिषेक किया. विश्वनाथ गली व्यवसायी संघ के बैनर तले विश्वनाथ गली के व्यापरियों ने इसकी व्यवस्था की. जलाभिषेक की शोभायात्रा दशाश्वमेध स्थित चित्तरंजन पार्क से सिंह द्वार, विश्वनाथ गली होते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंची. जलाभिषेक शोभायात्रा में हजारों की संख्या में व्यापारी बंधु, महिलाएं व पुरुष शामिल हुए.
रामनगर, बाराबंकी में हेलीकॉप्टर से कांवरियों पर पुष्पवर्षा
इस बीच सावन के पिछले दो सोमवार को जहां काशी, मेरठ और सहारनपुर में पुष्पवर्षा की गई वहीं तीसरे सोमवार को रामनगर, बाराबंकी स्थित लोधेश्वर महादेव मंदिर में हेलीकॉप्टर द्वारा कांवरियों पर पुष्प वर्षा की गई. इसके अलावा अयोध्या में भी सरयूतट पर शिवभक्तों पर योगी सरकार ने पुष्पवर्षा कराई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पिछले छह वर्षों से प्रदेश में शिवभक्तों का बिल्कुल खास तरीके से सम्मान किया जा रहा है. सरकार की ओर से ना सिर्फ कांवरियों पर पुष्पवर्षा की जा रही है, बल्कि उनकी सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मेरठ-दिल्ली राजमार्ग पर कांवरियों पर पुष्पवर्षा कर चुके हैं, जिसके बाद से ही प्रदेश में शिवभक्तों का उत्साह देखने लायक है.
वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी जगह जगह शिवभक्तों का सम्मान कर रहे हैं. प्रदेश के सभी बड़े शिवालयों में कांवरियों की सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. उत्तर प्रदेश में मौजूद एकमात्र ज्योतिर्लिंग मंदिर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में शिवभक्तों की सुरक्षा और सुविधाओं की मॉनीटरिंग खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से की जा रही है.
बाराबंकी के लोधेश्वर महादेवा में पहली बार हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा
बाराबंकी जनपद की रामनगर तहसील में स्थित श्रीलोधेश्वर महादेवा में सावन के तीसरे सोमवार पर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए लाखों श्रद्धालु और कांवड़िये उमड़े. इन शिवभक्तों को श्री लोधेश्वर महादेवा में आज बेहद खास अनुभूति हुई. यहां पहली बार शिवभक्तों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई.
श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा के लिए हेलीकॉप्टर ने पुलिस लाइंस से उड़ान भरी, जिस पर डीएम अविनाश कुमार और एसपी दिनेश कुमार सिंह भी सवार हुए. दोनों की ओर से हेलीककॉप्टर से पुष्पवर्षा करने पर शिभवक्त भाव-विभोर हो गए. इस दौरान पूरा महादेवा परिसर हर-हर महादेव, बम-बम भोले के जयकारों से गुंजायमान हो उठा.