Loading election data...

दुआरे सरकार शिविर के चलते बंद चल रहे स्कूल अब खुलेंगे, घर-घर जाकर बच्चों को बुलायेंगे शिक्षक

पश्चिम बंगाल में सरकारी योजनाओं का लाभ आम जन तक पहुंचाने के लिए जगह- जगह दुआरे सरकार कैंप लगाये जा रहे हैं. पूजा की छुट्टी खत्म होते ही निगम के सभी 272 प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों के करीब 600 शिक्षकों को दुआरे सरकार कैंप के काम-काज में लगा दिया गया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2022 2:19 PM

पश्चिम बंगाल में सरकारी योजनाओं का लाभ आम जन तक पहुंचाने के लिए जगह- जगह दुआरे सरकार कैंप लगाये जा रहे हैं. कोलकाता में भी वार्ड स्तर पर ऐसे कैंप लग रहे हैं. कैंप में काम-काज को कराने के लिए, सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों के साथ कोलकाता नगर निगम के शिक्षकों की भी ड्यूटी लगायी गयी है. ऐसे में दुआरे सरकार कैंप की वजह से निगम के 40 प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूल पिछले एक महीने से बंद पड़े हुए थे. इन बंद पड़े स्कूलों को शुक्रवार से दोबारा खोलने का निर्देश दिया गया है. निर्देश को जारी किये जाने की वजह से अब शिक्षकों की परेशानी बढ़ गयी है.

Also Read: पार्थ व माणिक तक 10-12 लाख पहुंचते ही मिल जाती थी प्राइवेट कॉलेज की अनुमति
शिक्षा व्यवस्था पर असर

निगम के प्राथमिक स्कूल के एक शिक्षक ने बताया कि, एक नवंबर से राज्य में दुआर सरकार कैंप लगाये जा रहे है वहीं 31 अक्तूबर तक स्कूलों में पूजा की छुट्टी थी. पूजा की छुट्टी खत्म होते ही निगम के सभी 272 प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों के करीब 600 शिक्षकों को दुआरे सरकार कैंप के काम-काज में लगा दिया गया था. एक सप्ताह तक निगम के 232 विद्यालय बंद थे. इसके बाद नंवबर के दूसरे सप्ताह में इन स्कूलों के परिचालन के लिए प्रत्येक विद्यालय के एक-एक शिक्षक को दुआरे सरकार के काम-काज से छुट्टी दे गयी थी. लेकिन 40 स्कूलों के 80 से अधिक शिक्षकों को मुक्त नहीं किये जाने के कारण ये सभी स्कूल बंद पड़े हुए थे. ऐसे में निगम के सभी 600 शिक्षकों को दुआरे सरकार के काम काज से मुक्त कर दिया गया है. गौरतलब है कि निगम के 40 स्कूलों में करीब 12 सौ बच्चे पढ़ाई करते हैं.

Also Read: अनुब्रत मंडल की गैरहाजिरी में बीरभूम जिले से तृणमूल कांग्रेस आगामी पंचायत चुनाव का भरेगी हुंकार
परीक्षा में हो सकता है विलंब

एक शिक्षक ने बताया कि आम तौर पर दिसंबर महीने के दूसरे सप्ताह में निगम के स्कूलों में परिक्षा ली जाती है. पर इस वर्ष तय समय पर परीक्षा कराये जाने की संभावना कम हैं. क्योंकि तीन से 10 दिसंबर तक स्कूलों में खेल प्रतियोगिता है. हर साल नंबर महीने में ही खेल प्रतियोगिता संपन्न हो जाती है. पर इस वर्ष दुआरे सरकार की वजह से हम नंवबर में खल प्रतियोगिताए नहीं करा सके.

Also Read: West Bengal Breaking News : राज्यपाल से मिले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत, सौंपी 63 पेज की रिपोर्ट

रिपोर्ट : शिव कुमार राउत कोलकाता

Next Article

Exit mobile version