आगरा. चंबल के बीहड़ में अपराधियों से लोहा लेते आई पुलिस ने अब खौफ की जिंदगी जी रहे है. हालांकि कि अब यहां डाकुओं और बदमाशों का खौंफ नहीं है. बल्कि बिच्छुओं का है. बारिश शुरू होते ही यहां पर जगह-बिच्छू निकलने लगते है. पुलिसकर्मियों का कहना है कि हर दिन 10 से अधिक बिच्छू निकलते है. ये बिच्छू पुलिसकर्मियों के कभी जूते-तो कभी वर्दी में घुस जाते हैं. एक पुलिसकर्मी हमेशा चिमटा-मटका और टार्च लेकर बिच्छुओं को पकड़ता रहता है. यहां पर बिच्छू मिलते ही पुलिसकर्मी चमटे से पकड़कर मटका में डाल देता है.
जानकारी के अनुसार, बीते सोमवार की शाम मनसुखपुरा थाना परिसर में एक काला बिच्छू निकला था. उसे पुलिस ने चिमटे से पकड़कर मटके में डाल दिया. पुलिसकर्मियों ने बताया कि इस बिच्छुओं को जल्द ही बीहड़ में छोड़ दिया जाएगा. मनसुखपुरा थाना जिला मुख्यालय से करीब 70 किमी दूर है. यह जिले का सीमावर्ती थाना है. पास में ही चंबल है. धौलपुर जिला इससे लगा है. चिकनी और काली मिट्टी का क्षेत्र होने के कारण यहां बड़ी संख्या में सांप और बिच्छुओं का आतंक है. आम तौर पर रोजाना यहां आठ से दस बिच्छू निकलते हैं. वो भी काले वाले. इन बिच्छुओं के डंक मारने पर जान जाने तक का खतरा रहता है.
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पुलिसकर्मियों के अनुसार जब 50 बिच्छु इकट्ठा होने पर बिहड़ में छोड़े है. यहां पर बरसात में ड्यूटी करना मुश्किल हो जाता है. हर एक पुलिसकर्मियों को रात में टार्ज रखनी पड़ती है. जैसे ही बिच्छू दिखाई देता है, उसे चिमटे से पककर मटके में डाल देते है. 50 से 60 बिच्छू इकट्ठा होने पर उसे लेकर जाकर बिहड़ में छोड़ जाते है. जिला मुख्यालय से 70 किमी दूर है. मनसुखपुर थाना पहुंचने पर करीब दो घंटे लगते है. इस थाने में पुलिसकर्मियों को सजा के तौर पर भी भेजा जाता है.