बंगाल में कोरोना का दूसरा मामला, लंदन से कोलकाता लौटे युवक में संक्रमण की पुष्टि
गत मंगलवार रात को कोलकाता में कोरोना वायरस का पहला पॉजिटिव मामला सामने आने बाद अब एक और मरीज के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.
कोलकाता : गत मंगलवार रात को कोलकाता में कोरोना वायरस का पहला पॉजिटिव मामला सामने आने बाद अब एक और मरीज के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. 85 नंबर वार्ड के बालीगंज इलाके का रहनेवाला 22 वर्षीय यह युवक गत 13 मार्च को लंदन से लौटा था. कोलकाता लौटने के बाद वह होम क्वारेंटाइन में था. इस बीच, तबीयत खराब होने की वजह से उसे 17 मार्च को बेलियाघाटा आइडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसके कफ के नमूने को जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कॉलरा एंड एंट्रिक डिजीज को भेजा गया था.
गुरुवार देर रात जांच में उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पायी गयी. इसके बाद ही मरीज को स्पेशल आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया. इसी वार्ड में कोलकाता के पहले कोरोना पॉजिटिव मरीज को भी रखा गया है.
यह युवक भारत लौटने के बाद एयर इंडिया विमान से दिल्ली से कोलकाता पहुंचा था. इस विमान में युवक के दो मित्र भी थे. एक दिल्ली और दूसरा चंडीगढ़ का रहनेवाला है. दोनों ही कोरोना पॉजिटिव हैं. वहीं, राज्य स्वास्थ्य विभाग यह जानने की कोशिश कर रहा है कि उस दिन इस कोरोना पीड़ित युवक के साथ विमान में उसके आस-पास और कौन-कौन यात्री बैठे थे.
परिवार होम क्वारेंटाइन में :
पीड़ित युवक के माता-पिता, भाई, दादा-दादी, चाचा सह परिवार के 11 सदस्यों को न्यूटाउन स्थित क्वारेंटाइन में रखा गया है. दादा-दादी की उम्र अधिक है और अबतक कोरोना से मारे गये लोगों में बुजुर्गों की संख्या अधिक है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग मरीज के दादा-दादी पर विशेष नजर रख रहा है.
आइडी में मेडिकल टीम गठित :
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अन्य मेडिकल कॉलेजों से सात चिकित्सकों को आइडी हॉस्पिटल बुलाया गया है, जो कोरोना पीड़ित मरीजों पर नजर रखेंगे.
पीड़ित की ही बिल्डिंग में रहते हैं एमआइसी देवाशीष कुमार, बिल्डिंग हो रही सैनिटाइज :
वहीं, 85 नंबर वार्ड के पार्षद देवाशीष कुमार (एमआइसी पार्क व स्क्वॉयर) भी इस पीड़ित के पड़ोसी हैं. लोगों का कहना है कि लंदन से लौटने बाद वह युवक आसपास के इलाकों में घूमता रहा, जबकि उसे होम क्वारेंटाइन में रहने को कहा गया था. अब इस इमारत को सैनिटाइज किया जा रहा है. इसे लेकर स्थानीय लोग दहशत में हैं.
पीड़ित मरीजों की हालत स्थिर :
आइडी अस्पताल में दो कोरोना पीड़ित मरीजों की चिकित्सा चल रही है, जबकि सभी 26 बेड संदिग्ध मरीजों से पटे हुए हैं.