टोंटो में दंपती सहित 5 लोगों की हत्या मामले का खुला राज, चाची निकली मास्टरमाइंड, जानें कितने लोगों ने दिया साथ

Crime news in Jharkhad, West Singhbhum news : पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत टोंटो थाना क्षेत्र के बाईहातू में मिट्टी के बने खपरैल मकान एवं दो खेतों को हथियाने के लिए कैरा लागुरी, उसकी पत्नी समेत 3 बच्चों की हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, कैरा की चाची उसे हथियाकर अपने दामाद को देना चाहती थी. कैरा की पत्नी पर डायन का झूठा आरोप लगा कर आरोपियों को उनकी हत्या के लिए उकसाया था. 5 लोगों की हत्या का मास्टरमाइंड कैरा लागुरी की चाची टुरी लागुरी विधवा है. इसकी 2 बेटियां हैं. एक बेटी का विवाह हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के रुईया निवासी सामू गागराई से हुई है, जो हत्याकांड का आरोपी भी है. उसे पुलिस ने हत्या केस में जेल भेज दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2020 7:19 PM
an image

Crime news in Jharkhand, West Singhbhum news : झींकपानी (पश्चिमी सिंहभूम) : पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत टोंटो थाना क्षेत्र के बाईहातू में मिट्टी के बने खपरैल मकान एवं दो खेतों को हथियाने के लिए कैरा लागुरी, उसकी पत्नी समेत 3 बच्चों की हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, कैरा की चाची उसे हथियाकर अपने दामाद को देना चाहती थी. कैरा की पत्नी पर डायन का झूठा आरोप लगा कर आरोपियों को उनकी हत्या के लिए उकसाया था. 5 लोगों की हत्या का मास्टरमाइंड कैरा लागुरी की चाची टुरी लागुरी विधवा है. इसकी 2 बेटियां हैं. एक बेटी का विवाह हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के रुईया निवासी सामू गागराई से हुई है, जो हत्याकांड का आरोपी भी है. उसे पुलिस ने हत्या केस में जेल भेज दिया है.

मृतक कैरा के 2 खेत एवं घर को कब्जे में लेकर उसकी चाची अपने दामाद एवं बेटी के नाम करना चाहती थी. इसके लिए उसने कैरा दंपती की हत्या की साजिश रची. बड़े होने पर कैरा के बच्चे अपना हिस्सा मांगने लगेगा यह सोचकर मासूम बच्चों को भी मार डाला गया. कैरा लागुरी का वास्तविक गांव टोंटो के ही उदलखम गांव में है. उदलखम में वंश बढ़ने से जमीन की कमी को देख कैरा लागुरी बाईहातू में निजी जमीन पर घर बनाकर रह रहा था. उस जमीन पर उसकी चाची की नजर पहले से ही थी.

जंगल में बनी थी हत्या की योजना

इस सामूहिक हत्याकांड से एक सप्ताह पूर्व कैरा दंपती बच्चों सहित केंजरा फूफा की मृत्यु पर गांव गया था. वहां से लौटने के दौरान बीच जंगल में उसकी हत्या करने की योजना बनायी गयी थी, जिसमें वे सफल नहीं हो पाये. लिहाजा 13 -14 जुलाई की रात हत्या से पहले एक आरोपी बोचे उर्फ मारतम लागुरी के घर में पूजा हुई थी. पूजा के दौरान ही हत्या की योजना बनायी गयी थी और घटना को अंजाम दिया गया था. कैरा का बड़ा लड़का अपनी दादी (आरोपी टुरी लागुरी) के घर पर ही सोया हुआ था. उसने सोचा भी नहीं होगा कि दादी उसकी हत्या करवा देगी. मृतक कैरा लागुरी जंगल से जलावन का लकड़ी काटकर बेचता एवं मेहनत-मजदूरी कर परिवार चलाता था. गांव में किसी के बीमार होने पर वह पूजा-पाठ कराने के बजाय बीमार व्यक्ति को डॉक्टर के पास ले जाने की सलाह देता था. इसी वजह से कुछ ग्रामीण भी उससे नाराज थे.

Also Read: झारखंड में पुलिस ने बरामद किये 5 नरकंकाल, पूरे परिवार को मारकर 20 किलोमीटर दूर जंगल में कर दिया था दफन
आरोपी 2 माह तक खेलते रहे लुका- छिपी का खेल

बिहड़ जंगल क्षेत्र में कैरा लागुरी, उसकी पत्नी एवं बच्चों की हत्या के मामले को पुलिस ने 2 माह के अंदर मामला सुलझा लिया. इसे जिला पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. इस मामले को लेकर मृतक कैरा लागुरी की फूफी नानिका हेस्सा (केंजरा निवासी) ने 2 माह बाद 16 सितंबर, 2020 को टोंटो थाना में मामला दर्ज कराया था. बाद में 27 सितंबर, 2020 को पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दिया था. हत्या को लेकर चाईबासा में धरना- प्रदर्शन से पुलिस पर काफी दबाव बढ़ गया था. दबाव के बावजूद पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाने एवं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए फूंक- फूंककर कदम बढ़ा रहे थे. परिणामस्वरूप अपहरण का मामला दर्ज करने के 2 माह के अंदर मृतकों के कंकाल (अवशेष) घने जंगल से बरामद कर 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा. पुलिस जब भी गांव में जाती थी, तो आरोपी जंगल में छुप जाते थे. गांव में पुलिस को किसी तरह का सहयोग नहीं मिलता था. इस मामले में डीआईजी एवं जिला के पुलिस अधीक्षक भी विशेष नजर रखे हुए थे. पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा बाईहातू 2 बार जा चुके थे.

पुलिसिया कार्रवाई पर शिकायतकर्ता ने जताया संतोष

जगन्नाथपुर एसडीपीओ प्रदीप उरांव, झींकपानी सर्किल के इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता, केस के आईओ राकेश खावास , पुलिस पदाधिकारी दशरथ महतो, विश्वनाथ किस्को, बाबूधन सोरेन एवं पुलिस बल की निरंतरता से हत्या का यह मामला आखिर सुलझ ही गयी. हालांकि, इस समय सामूहिक हत्याकांड के 6-7 आरोपी अब भी फरार हैं. पुलिस का दावा है कि फरार सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी. फिलहाल मामले की शिकायतकर्ता नानिका हेस्सा एवं झींकपानी के चोया पंचायत समिति सदस्य जयंती बिरुली ने मामले का उद्भेदन होने पर संतोष जताया है. उन्होंने इसके लिए प्रशासन का आभार व्यक्त किया है.

Posted By : Samir Ranjan.

Exit mobile version