किसी की मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार करने से पहले शवयात्रा निकाली जाती है. शवयात्रा के संबंध में कई मान्यताएं प्रचलित हैं. क्या आप जानते हैं कि शवयात्रा को देखकर आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है.
आपने देखा होगा कि जब भी कोई शवयात्रा निकलती है तो मार्ग में आने वाले व्यक्ति उसे देखकर प्रणाम करते हैं और शिव-शिव का उच्चारण करते हैं. शास्त्रों में बताया गया है कि जो भी मृत आत्मा शरीर छोड़ती है, वो प्रणाम करने वाले शख्स के सभी दुखों और कष्टों को भी अपने साथ ले जाती है. इतना ही नहीं शिव का उच्चारण करने के पीछे ये उद्देश्य होता है कि भगवान मरने वाले की आत्मा को शांति दे. शिव का मतलब होता है मुक्ति, इसलिए शव को देखकर शिव का नाम लेना अच्छा माना जाता है.
शव यात्रा को देखकर वहां से गुजरने वाले लोग थोड़ी देर ठहर जाते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते है. यह हिन्दू धर्म का एक प्रमुख नियम है, जिसके अनुसार शवयात्रा को देखने के बाद हमें मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए. इससे मृत आत्मा को शांति मिलती है.
जब किसी की यात्रा दिखती है तो राम नाम का जाप करना चाहिए. श्रीरामचरित मानस के मुताबिक राम नाम के जाप से शिवजी अति प्रसन्न होते हैं. शिवपुराण में बताया गया है कि मृत्यु के बाद आत्मा परमात्मा यानी शिवजी में ही विलीन हो जाती है, इस कारण शवयात्रा दिखे तो राम नाम का जाप करना चाहिए, इससे शिवजी की कृपा मिलती है.
जब भी कहीं शवयात्रा दिखाई देती है तो हमें मौन हो जाना चाहिए. अगर हम कार या बाइक पर हैं तो ऐसे समय पर हॉर्न भी नहीं बजाना चाहिए. ये काम मृत व्यक्ति के प्रति आदर और सम्मान की भावना प्रकट करता है.
ज्योतिष के विद्वानों की माने तो, किसी भी शवयात्रा को देखना काफी शुभ होता है. ये तो आप ने भी अपने घर में बड़े- बुढ़ों से जरूर सुना होगा, कि अगर रास्ते में जाते वक्त आप शव देखते हैं, तो ये आपका दिन शुभ होने का संकेत होता है. जी हां, शवयात्रा देखना सुखद और मंगलमय भविष्य का सूचक है.