पश्चिम बंगाल के कोलकाता में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच नबान्न के 14वें तल्ले पर अलग से बैठक हुई. बैठक के बाद राजनीति हलचल काफी तेज हो गई है. गौरतलब है कि पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक समाप्त होने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक की है. बता दें कि राजनीतिक रूप से अमित शाह और ममता बनर्जी के बीच बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि दोनों ही राजनीतिक रूप से एक-दूसरे के धूर विरोधी माने जाते हैं.
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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच लगभग 20 मिनट तक बैठक चली. बताया जा रहा है कि उन्होंने 100 रोजगार योजना के साथ ही कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बैठक में केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, एक देश और एक पुलिस के केंद्र सरकार के प्रस्ताव को लेकर चर्चा हुई है.
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राजनीतिक रुप से इस बैठक को काफी अहम मानाजा रहा है.हालांकि प्रशासन के शीर्ष अधिकारी ऐसी बैठकों को प्रशासनिक बैठक कहते हैं, लेकिन इनका राजनीतिक महत्व बहुत अधिक है. क्योंकि बंगाल की राजनीति में इस वक्त बीजेपी-तृणमूल खेमा लड़ रहा है. इसलिए इस मुलाकात को राजनीति रुप से काफी अहम माना जा रहा है. कांग्रेस और वाममोर्चा इस बैठक को तृणमूल-भाजपा सुलह बैठक के रूप में व्याख्या कर रहे हैं.
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जीएसटी के फंड को लेकर भी मुख्यमंत्री ममता ने अमित शाह से शिकायत की. मुख्यमंत्री ममता की ओर से केंद्र पर आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार समय पर पैसा नहीं दिया जाता है, जिससे राज्य सरकार को अपना काम करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है. ऐसे में केन्द्र सरकार को राज्य सरकार की मदद करने की आवश्यकता है.
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