Himachal Election 2022: हिमाचल की बेहद हॉट सीट क्यों बनी सिराज? राजपूत बिरादरी का है दबदबा
Himachal Election 2022: हिमाचल प्रदेश में मंडी की सिराज विधानसभा सीट पर सभी की नजरें जा टिकी है. दरअसल, इस सीट पर बीजेपी को जीत दिलाने की जिम्मेदारी प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कंधों पर है.
Himachal Election 2022: हिमाचल प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी समेत अन्य प्रमुख सियासी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी के लिए इस बार के चुनाव में कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी (AAP) की ओर से बड़ी चुनौती मिलने की चर्चाएं भी जोर पकड़ रही है. वहीं, बीजेपी को उम्मीद है कि हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से वह सत्ता पर काबिज होने में कामयाब हो पाएगी. जबकि, कांग्रेस को यह उम्मीद है कि अब तक चली आ रही परंपरा के मुताबिक, उसे इस बार पहाड़ी राज्य हिमाचल में सरकार बनाने का अवसर मिल सकता है. इन सबके बीच, मंडी की सिराज विधानसभा सीट पर सभी की नजरें जा टिकी है. दरअसल, इस सीट पर बीजेपी को जीत दिलाने की जिम्मेदारी प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कंधों पर है.
जानिए क्यों हॉट सीट बनी सिराज
बताते चलें कि सिराज विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का प्रभाव रहा है. 2012 से पहले यह चच्योट विधानसभा क्षेत्र था. 2003 और 2007 में जयराम ठाकुर चच्योट के विधायक रहे. इसके अलावा, जयराम ठाकुर सिराज से 2012 और 2017 में भी चुनाव जीते और अभी वह हिमाचल के सीएम हैं. इस तरह वह इस सीट पर पांच बार चुनाव जीत चुके हैं. खास बात यह है कि जयराम ठाकुर इस बार भी सिराज से ही चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, इस बार छठी जीत के लिए जयराम ठाकुर के लिए यहां कड़ी चुनौती बनी हुई है. इन सभी कारणों से सिराज विधानसभा सीट बेहद ही हॉट सीट मानी जा रही है.
जानिए किनके बीच होगा मुकाबला
सिराज विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने सीएम जयराम ठाकुर से मुकाबला करने के लिए चेतराम ठाकुर को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. वहीं, आम आदमी पार्टी की तरफ से गीता नंद ठाकुर को प्रत्याशी बनाया गया है. इससे पहले साल 2017 के चुनावों में बीजेपी के जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के चेतराम ठाकुर को ग्यारह हजार से अधिका वोटों के अंतराल से हराकर जीत दर्ज की थी. ऐसे में इस बार के चुनाव में इस सीट पर मुकाबला तिकोणीय होने के साथ-साथ बेहद ही दिलचस्प होने वाला है. बताया जाता है कि इस सीट पर सबसे ज्यादा राजपूत बिरादरी का प्रभाव माना जाता है.
क्या रहा है सिराज विधानसभा सीट का इतिहास
सिराज विधानसभा सीट पर साल 1951 में पहली बार कांग्रेस से कृष्ण चंदर चुनाव जीते थे. वहीं, 1967 और 1972 में करम सिंह ने जीत हासिल की. इसके बाद 1977 में जनता पार्टी के मोती राम को और फिर 1982 में निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिली. 1985 में कांग्रेस के शिवलाल शर्मा को जीत हासिल हुई. जबकि, 1998, 2003 और 2007 में जयराम ठाकुर ने इस सीट से जीत हासिल की है. इस बार वह लगातार 6ठीं बार मैदान में हैं. आंकड़ों के मुताबिक, सिराज सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या साल 2012 में 67,549 थी, जो अब बढ़कर 74,633 हो गई है.