Jharkhand News: राधा-माधव मंदिर में सात दिवसीय झूलन यात्रा संपन्न, विधि-विधान से की गई पूजा-अर्चना
सरायकेला-खरसावां जिला के खरसावां नगर स्थित के राधा-माधव मंदिर में राधा-कृष्ण का वार्षिक झूलन यात्रा संपन्न हुई. इस दौरान खरसावां के राधा माधव मंदिर में सात दिनों तक झूलन यात्रा के दौरान पुजारियों ने सभी धार्मिक रश्मों को निभाया.
Seraikela news: सरायकेला-खरसावां जिला के खरसावां नगर स्थित के राधा-माधव मंदिर में राधा-कृष्ण का वार्षिक झूलन यात्रा संपन्न हुई. इस दौरान खरसावां के राधा माधव मंदिर में सात दिनों तक झूलन यात्रा के दौरान पुजारियों ने सभी धार्मिक रश्मों को निभाया. श्रावण शुक्ल दशमी से लेकर श्रावण पूर्णिमा तक झूलन यात्रा का आयोजन किया गया. इस दौरान एक सप्ताह तक पारंपरिक झूला में भगवान श्रीकृष्ण अपनी प्रेयसी राधा रानी के साथ सात दिनों तक झूला झूलते रहे.
पूरे विधि-विधान के साथ की गई पूजा-अर्चना
मंदिर के पूजारियों ने राधा-माधव मंदिर में राधा-कृष्ण की वार्षिक झूलन यात्रा का आयोजन पूरे विधि-विधान के साथ किया. मौके पर राधा-कृष्ण का श्रृंगार भी किया गया. हर दिन विशेष भोग तैयार कर राधा-माधव को अर्पित की गयी. राधा-माधव मंदिर में यहां राजा-राजवाड़े के समय से ओडिशा के पुरी के तर्ज पर झूलन यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. झूलन यात्रा में यहां हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है.
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अक्षय तृतीया के दिन मंदिर की स्थापना
मालूम हो कि ओडिशा के क्योंझर राजघराने की महारानी मनोज मंजरी देवी ने सन 1937 में अक्षय तृतीया के दिन खरसावां में राधा-माधव मंदिर की स्थापना की थी. मंदिर में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि खरसावां का राधा-माधव मंदिर क्षेत्र के लोगों के आस्था का केंद्र है.
रिपोर्ट: शचिंद्र कुमार दाश, सरायकेला-खरसावां