धनबाद में पारा 44 के पार, लू से पुलिस लाइन के जवान सहित चार की मौत, कई बेहोश

तेज धूप व लू से लोग बेहाल रहे. हालत ऐसी हो गयी कि टुंडी, धनबाद व निरसा में लू लगने से चार लोगों की मौत हो गयी, जबकि धनबाद के शहरी क्षेत्र सहित कुछ इलाकों में लोगों के बेहोश होने की सूचना है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 18, 2023 7:39 AM

Severe heat in Dhanbad: शनिवार धनबाद के लिए इस सीजन का अबतक का सबसे गर्म दिन रहा. शनिवार को यहां का अधिकतम पारा 44 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. तेज धूप व लू से लोग बेहाल रहे. हालत ऐसी हो गयी कि टुंडी, धनबाद व निरसा में लू लगने से चार लोगों की मौत हो गयी, जबकि धनबाद के शहरी क्षेत्र सहित कुछ इलाकों में लोगों के बेहोश होने की सूचना है. हालांकि शाम में आसमान में छिटपुट बादल छाये, कहीं-कहीं हल्की बूंदा-बांदी हुई, लेकिन इससे राहत नहीं मिली. हद यह कि बिजली कट में थोड़ी भी कमी नहीं आयी. इस वजह से तबाही का आलम रहा. बता दें कि शनिवार को सुबह से ही मौसम का तेवर तल्ख था. दिन चढ़ते-चढ़ते सूर्य की किरणें और तीखी हो गयीं. मौसम विभाग के अनुसार शनिवार जहां इस सीजन का अबतक का सबसे गर्म दिन रहा, वहीं अभी कुछ दिनों तक राहत की उम्मीद नहीं है.

सड़कों पर सन्नाटा, कार्यालयों में भी भीड़ नहीं

सुबह से ही लू चलने के कारण दोपहर होते-होते सड़कों पर सन्नाटा छा गया. सरकारी दफ्तरों में भी लोगों की भीड़-भाड़ नहीं थी. चिलचिलाती धूप व गर्म हवा के थपेड़ों से लोग बेहाल रहे.

आषाढ़ में जेठ से ज्यादा गर्मी

धनबाद में जेठ माह से ज्यादा गर्मी आषाढ़ में पड़ रही है. पिछले 20 दिनों से यहां का अधिकतम पारा 40 डिग्री से ज्यादा रहा, तो न्यूनतम भी 30 डिग्री के आसपास रहा. शनिवार को भी न्यूनतम पारा 31 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. इस वजह से गर्मी में कोई कमी नहीं आ रही है. मौसम विभाग के अनुसार यहां मानसून के सक्रिय होने में तीन-चार दिन और लगेंगे.

एसी, कूलर भी फेल

गर्मी ज्यादा पड़ने के कारण यहां कम क्षमता के एसी व कूलर काम नहीं कर रहे हैं. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 40 डिग्री से ज्यादा तापमान होने पर एसी का प्रभाव भी कम हो जाता है. वहीं लगातार पावर कट भी एसी पर प्रभाव डालता है.

दो दिन में सबसे ज्यादा बिके एसी, कूलर व इंवर्टर

पिछले दो दिनों में सबसे ज्यादा एसी, कूलर व इंवर्टर बिके. इस कारण कई जगह स्टॉक कम पड़ गया है. जानकारों के अनुसार तेज गर्मी और लू के कारण लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी है और किस्त में सामान उपलब्ध होने का लाभ लोग उठा रहे हैं.

Also Read: झारखंड में इस साल क्यों पड़ रही है इतनी गर्मी, जानिए कारण
बिना छाता, गमछा के बाहर नहीं निकलें

डॉक्टरों के अनुसार कड़ी धूप में बेहद जरूरी होने र ही घर से बाहर निकलें. खासकर पूर्वाह्न 11 से चार बजे के बीच. अगर घर से निकलना ही हो, तो गमछा, टोपी व चश्मा का जरूर उपयोग करें. पूरा पानी पी कर घर से निकले और एनर्जी देनेवाले तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ा दें. खाली पेट तो बिल्कुल नहीं रहें. खास कर बीमार लोग सावधानी बरतें. किसी तरह की परेशानी होने पर चिकित्सक से संपर्क करें.

लू से जानें कहां क्या हुआ

डीआरएम कार्यालय के समीप युवक बेहोश

प्रचंड गर्मी के कारण शनिवार को डीआरएम कार्यालय के समीप बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले अभय कुमार (45) बेहोश होकर गिर पड़े. सूचना पर पहुंचे आरपीएफ के जवानों ने उन्हें एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया. अभय कुमार किसी काम से धनबाद आये थे. आरपीएफ जवान विनोद पांडेय अन्य जवानों के साथ पहले उन्हें रेलवे अस्पताल लेकर गये, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने एसएनएमएमसीएच रेफर कर दिया.

पुलिस लाइन में सिपाही की मौत

पुलिस लाइन में तैनात सिपाही रामबुल कुमार की शनिवार को अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गयी. शनिवार को पुलिस लाइन के गेट पर उनकी ड्यूटी थी. शाम चार बजे ड्यूटी समाप्त कर पुलिस लाइन स्थित अपने घर लौटने के दौरान वह गश खाकर गिर गये. सहकर्मी उन्हें निजी अस्पताल ले गये, जहां, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. लू लगने के कारण उनकी मृत्यु होने की आशंका जतायी जा रही है. रामबुल कुमार बिहार के मुंगेर के रहने वाले थे.

टुंडी के दो व निरसा के एक की मौत

शनिवार को टुंडी प्रखंड में एक पुरुष व एक महिला की गर्मी के कारण मौत हो गयी. मनियाडीह के मंटू अग्रवाल (45) लू लगने के बाद अचेत हो गये. उनको चिकित्सक के यहां ले जाया जाता, उससे पहले उनकी मौत हो गयी. इसी तरह नवाटांड़ गांव की महिला को भी लू लगी. परिजन उसे नर्सिंग होम, बरवाअड्डा ले गये. वहां से उसे एसएनएमएमसीएच ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. नवाटांड़ के सामाजिक कार्यकर्ता चेतलाल राम ने बताया कि गांव के झरी मरांडी की पत्नी की मौत हुई है.

इधर, मनियाडीह के मुखिया प्रतिनिधि जेपी दा ने बताया कि मंटू अग्रवाल घर में अकेले थे. उनको दिल की बीमारी थी. वह शनिवार को कहीं बाहर गये थे. वापस लौटने के बाद वह अचेत होकर गिर गये. आशंका है कि लू लगने से ही उसकी मौत हुई है. इधर, निरसा प्रतिनिधि के अनुसार निरसा के कुसुमकनाली गांव के रहने वाले हाइवा चालक निमाय गोराईं (42) की मौत लू लगने से बीमार हो गये. उनकी मौत एसएनएमएमसीएच में इलाज के क्रम में हो गयी.

Next Article

Exit mobile version