आगरा: जगदीशपुरा क्षेत्र में पानी और सीवर की समस्या को लेकर सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रीय लोग अधिवक्ता सुरेश चंद सोनी के साथ संजय प्लेस स्थित उत्तर प्रदेश जल निगम के कार्यालय पर विरोध करने पहुंचे. उससे पहले ही कार्यालय के सभी अधिकारी मौके से नदारद हो गए. जिसके बाद यह सभी लोग विकास भवन पहुंचे और मुख्य विकास अधिकारी ए मणिकंदन से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई. जिसमें समाजसेवी सुरेश चंद सोनी ने सीवर लाइन का काम कर रही कंपनी के ऊपर अनियमितता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. साथ ही बताया कि कंपनी द्वारा सीवर और पानी की पाइप लाइन एक साथ डाल दी गई है. जिससे लोगों के घरों में सीवर का गंदा पानी पीने के पानी के साथ आ रहा है. क्षेत्रीय लोग बीमार हो रहे हैं.
जगदीशपुरा क्षेत्र की राजनगर और आसपास की तमाम बस्तियों में सीवर और पानी की समस्या से जनता काफी त्रस्त है. घर में पीने वाले पानी के साथ सीवर का गंदा पानी आ रहा है. जिसकी वजह से लोग अपना दैनिक कार्य भी नहीं कर पा रहे हैं. उनका कहना है कि खाना बनाने के लिए पानी की जरूरत पड़ती है तो रात को दूर हेडपंप से भरकर लाना पड़ता है. घर में जो नल लगे हुए हैं. उसमें गंदा और बदबूदार पानी आ रहा है. जिसे खाना में तो दूर की बात है. नहाने में भी प्रयोग नहीं किया जा सकता. इसी समस्या को लेकर आज हम जल निगम कार्यालय पर पहुंचे हैं.
अधिवक्ता सुरेश चंद सोनी का कहना है कि केंद्र सरकार की योजना के तहत सीवर लाइन और पानी की लाइन डालने के लिए करीब 3000 करोड़ रुपए स्वीकृत किया गया था. लेकिन जिस कंपनी को यह काम दिया गया है. उसने निर्माण कार्य में काफी अनियमितताएं बरती है. सीवर और पानी की पाइप लाइन एक साथ डाल दी है. और जमीन से मात्र 6 इंच खुदाई कर यह सब पाइप लाइन डाली गईं है. जिसकी वजह से जब भी सीवर की लाइन लीकेज होती है. तो सारा गंदा पानी, पानी की पाइप लाइन में पहुंच जाता है. पानी के साथ या गंदा पानी लोगों के घरों में पहुंचता है. हजारों की संख्या में लोग इस समस्या से लंबे समय से जूझ रहे हैं. लेकिन उनकी कोई भी सुनवाई नहीं हो रही.
सुरेश सोनी ने बताया कि इस समस्या के लिए कई बार अधिकारियों को अवगत कराया गया. संबंधित ठेकेदार की कंपनी पर अनियमितता और भ्रष्टाचार बरतने के लिए कार्रवाई की मांग की गई. लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है. जबकि जानकारी मिली है कि कंपनी को 50% भुगतान कर दिया गया है.
आज जब जगदीशपुरा क्षेत्र के सैकड़ों लोग अपनी समस्या को लेकर जल निगम के कार्यालय पर पहुंचे तो कार्यालय में मौजूद सभी अधिकारी पहले ही गायब हो गए. जिसकी वजह से क्षेत्रीय लोगों ने मुख्य विकास अधिकारी ए मणिकंदन से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई है. उन्होंने इस मामले में जल्द जांच पड़ताल कर कार्रवाई की बात कही है. मुख्य विकास अधिकारी ए मणिकंदन का कहना है कि क्षेत्रीय लोगों ने जो समस्या बताई है उससे संबंधित अधिकारियों को बुलाकर जांच पड़ताल की जाएगी. अगर इस कार्य में कोई अनियमितता या लापरवाही पाई जाती है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.