Agra News : शाहजहां का उर्स आज से, असली कब्रें देख सकेंगे सैलानी, ताजमहल में तीन दिन निशुल्क होगी एंट्री
शाहजहां उर्स से जुड़ी कमेटियों और अधिकारियों के बीच बैठक में निर्णय लिया गया कि ताजमहल में तीन दिवसीय उर्स का आगाज मंगलवार को गुस्ल की रस्म के साथ होगा. इसके बाद फातिहाख्वानी और मुशायरे का आयोजन किया जाएगा. यहां जानें ताजमहल में कब होगी निशुल्क एंट्री.
ताजमहल में छह से आठ फरवरी तक शाहजहां का 369वां उर्स आयोजित किया जाएगा. शाहजहां उर्स से जुड़ी कमेटियों और अधिकारियों के बीच बैठक में निर्णय लिया गया कि ताजमहल में तीन दिवसीय उर्स का आगाज मंगलवार को गुस्ल की रस्म के साथ होगा. इसके बाद फातिहाख्वानी और मुशायरे का आयोजन किया जाएगा. ताजमहल उर्स कमेटी के अध्यक्ष सैयद इब्राहीम जैदी ने बताया कि गुस्ल के लिए शाहजहां और मुमताज की असली कब्रों वाला मुख्य मकबरा दोपहर 2.00 बजे खोला जाएगा. तब कमेटी के सदस्य रस्में अदा करेंगे. इसके बाद जायरीन और अन्य अकीदतमंद मुफ्त में शाम तक ताज में निशुल्क प्रवेश कर सकेंगे. बुधवार को भी दोपहर 2.00 बजे के बाद ताज में प्रवेश निशुल्क रहेगा. गुरुवार को पूरे दिन प्रवेश निशुल्क रहेगा. इस साल 1560 मीटर की सतरंगी चादरें भी कब्रों पर उसी दिन पेश की जाएंगी. पुलिस और सीआईएसएफ ने भीड़ प्रबंधन की तैयारी कर ली है. बता दें कि पूरे साल में सिर्फ एक बार शाहजहां और मुमताज के उर्स पर ताजमहल तहखाने के भीतर मौजूद असली कब्र आम लोगों के लिए खोली जाती है. दूसरी तरफ अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने पुलिस कमिश्नर से आरटीआई में जानकारी मांगी है कि धारा 144 लागू होने के बाद उर्स करने की अनुमति कब दी गई. ताजमहल के उर्स को लेकर अखिल भारतीय हिंदू महासभा पिछले कई दिनों से विरोध कर रही है. कोर्ट में याचिका दायर करने के बाद सोमवार को एएसआई को भी ज्ञापन दिया. कोर्ट ने आयोजन समिति को नोटिस दिया और पूछा कि किसकी अनुमति से उर्स का आयोजन किया जाता है. जबकि राजकिशोर राजे की आरटीआई में यह जानकारी एएसआई ने दी है कि उर्स के लिए ना तो मुगल, ना अंग्रेज और ना ही भारत सरकार की तरफ से कोई अनुमति है.
Also Read: Gyanvapi Survey: ज्ञानवापी परिसर के अन्य बंद तहखानों का एएसआई से सर्वेक्षण कराने की याचिका दायर, सुनवाई आज
सैयद अहमद बुखारी का उर्स 8 तक
दरगाह हजरत सैयद अहमद बुखारी शाह रह. अलैह का 434वां उर्स (जयंती पर होने वाले धार्मिक कार्यक्रम) मंगलवार से शुरू होगा. ताजमहल के पूर्वी गेट स्थित दरगाह पर 6 फरवरी से 8 फरवरी तक उर्स का आयोजन किया जाएगा. कमेटी के उपाध्यक्ष मुईन ने बताया कि 6 फरवरी को रात 8:30 बजे मिलाद-शरीफ, 7 फरवरी को रात 9 बजे कव्वाली, 8 फरवरी को कुल शरीफ का आयोजन होगा. सोमवार को इंतजामिया कमेटी की बैठक में हरीश झिलानी, एसपी सिंह, ताराचंद मलौनिया, आसिफ अली आदि उपस्थित रहे.
आगरा मेट्रो के लिए मिले 346 करोड़ रुपए
यूपी का बजट सोमवार को पेश किया गया. इसमें आगरा मेट्रो के लिए 346 करोड़ रुपए दिए गए हैं. बटेश्वर धाम में भी सुंदरीकरण होगा. योजनाएं मूर्त रूप लेंगी. साथ ही साथ आगरा और पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को जोड़ने के लिए 500 करोड़ का प्रावधान है. योगी सरकार के बजट में आगरा मेट्रो के लिए 346 करोड़ रुपए मिलेंगे. आगरा मेट्रो के दो कॉरिडोर बन रहे हैं. पहले चरण में आगरा मेट्रो के पहले कॉरिडोर में ताजमहल से जामा मस्जिद तक छह स्टेशन बनाए गए हैं. इसमें अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन के साथ ही एलिवेटेड ट्रैक भी है. छह किलोमीटर में मेट्रो स्टेशन और ट्रैक बन चुका है, इसका ट्रायल भी शुरू हो गया है. मार्च से छह किलोमीटर में आगरा मेट्रो चलने लगेगी. इसके बाद मेट्रो के पहले कॉरिडोर में ताजमहल से सिकंदरा तक काम की गति को और तेज किया जाएगा. छह फरवरी से भूमिगत स्टेशन में ट्रायल शुरू हो जाएंगे. यूपीएमआरसी के उप महाप्रबंधक पंचानन मिश्रा ने बताया कि दो कॉरिडोर में मेट्रो चलेगी. पहले कॉरिडोर में 14 छह किमी है. इसमें 13 स्टेशन हैं. 20 फरवरी तक भूमिगत स्टेशन का फिनिशिंग का काम भी पूरा हो जाएगा.
यमुना किनारे स्थित शिव मंदिरों और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की पैतृक स्थली के रूप में प्रसिद्ध बटेश्वर दमक उठेगा. बजट में बटेश्वर धाम के लिए 30 करोड़ रुपए दिए गए हैं. 25 दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बटेश्वर में 148 करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया था. बजट में आध्यात्मिक नगरी के रूप में जिन स्थलों को विकसित किया जाना है, इनमें बटेश्वर धाम भी शामिल है. छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय की स्थापना के लिए भी 25 करोड़ दिए गए हैं. बजट में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के एक लिए लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा. इसके लिए 500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. लिंक एक्सप्रेसवे 60 किलोमीटर का होगा. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ते ही दिल्ली तक का सफर आसान हो जाएगा. दिल्ली एनसीआर नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ा है.
Also Read: UP Budget 2024 : योगी सरकार बनाएगी 3 नई स्टेट यूनिवर्सिटी, जानें शिक्षा क्षेत्र में कितना करेगी खर्च