शनि एक ही साल में दो बार करेंगे राशि परिवर्तन, धनु, मकर समेत इन राशि वालों की बढ़ेगी मुश्किलें, जानें निवारण
Shani Rashi Parivartan 2022: शनि ग्रह अपनी राशि बदलने में करीब ढाई साल का समय लेते है. सभी ग्रहों में शनि की चाल सबसे धीमी मानी जाती है. इसलिए शनि जब भी अपनी राशि बदलते है तो उसका प्रभाव लंबे समय तक लोगों पर बना रहता है.
Shani Rashi Parivartan 2022: शनि ग्रह अपनी राशि बदलने में करीब ढाई साल का समय लेते है. सभी ग्रहों में शनि की चाल सबसे धीमी मानी जाती है. इसलिए शनि जब भी अपनी राशि बदलते है तो उसका प्रभाव लंबे समय तक लोगों पर बना रहता है. शनि इस समय मकर राशि में गोचर कर रहे हैं और 5 राशियों पर इनकी दशा का प्रभाव बना हुआ है.
साल 2022 में शनि एक नहीं बल्कि 2 बार अपनी राशि बदलने जा रहे हैं. आइए जानते है 2022 में किन राशियों को शनि प्रभावित करेंगे. वर्तमान में शनि का प्रभाव धनु, मकर, कुंभ, मिथुन और तुला वालों पर बना हुआ है. धनु, मकर और कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती चल रही है. वहीं, मिथुन और तुला जातकों पर शनि की ढैय्या का असर है. शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या के दौरान लोगों को कई कष्टों का सामना करना पड़ता है.
2022 में शनि दो बार बदलेंगे राशि
शनि एक ही साल में दो बार राशि परिवर्तन कैसे कर रहे है, इस बात को जानने के लिए कई लोग परेशान है. क्योंकि शनि ढाई साल में सिर्फ एक बार ही राशि बदलते है. बता दें कि शनि साल 2022 में एक बार सामान्य प्रक्रिया के तहत अपनी राशि बदलेंगे.
जैसे शनि हर ढाई साल में बदलते हैं, लेकिन इसी साल दूसरी बार शनि का राशि परिवर्तन शनि के वक्री होने के कारण होगा. शनि अपनी वक्री चाल चलते हुए अपनी पिछली राशि मकर में फिर से गोचर करने लगेंगे. फिर कुछ महीने बाद मार्गी होकर कुंभ राशि में वापस आ जायेंगे.
शनि के राशि परिवर्तन और वक्री होने की डेट
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29 अप्रैल 2022 में शनि मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे.
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12 जुलाई 2022 में वक्री हो जायेंगे.
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वक्री अवस्था में शनि एक बार फिर से मकर राशि में गोचर करेंगे.
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17 जनवरी 2023 में शनि मार्गी होकर कुंभ राशि में वापस आ जायेंगे.
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फिर 29 मार्च 2025 में शनि मीन राशि में प्रवेश कर जायेंगे.
शनि दोष से मुक्ति पाने का उपाय
शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए शनि देव की पूजा करें. शनिवार के दिन शनिदेव को आक का फूल और सरसों का तेल अर्पित करें. इस समय कोरोना वायरस की वजह से घर में रहकर ही शनिदेव की पूजा करें. आप घर में रहकर शनि चालीसा और दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं.
Posted by: Radheshyam Kushwaha