Shani Dosh: शनि देव इस समय मकर राशि में गोचर कर रहे हैं. शनि देव फिरहाल उल्टी चाल चल रह है. शनि देव जब उल्टी चाल चलते हैं, उस वक्त पीड़ित अवस्था में होते हैं. क्योंकि शनि को उल्टी चाल चलने में पीड़ा होता है. मान्यता है कि जिन लोगों की कुंडली में शनि शुभ नहीं होते हैं उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
इस समय सावन का महीना चल रहा है. सावन का महीना भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए बहुत ही शुभ माना गया है. सावन का महीना शनि देव की पूजा के लिए उत्तम माना गया है. शनि देव भगवान शिव के भक्त हैं. शनि देव ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या की थी. शनि देव भगवान शिव की पूजा करने से ही शांत होते हैं.
ज्योतिष गणना के अनुसार इस समय में 5 राशियों पर शनि की दृष्टि है. मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या और धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है.
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शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है. इस दिन पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं. सावन मास में पड़ने वाले शनिवार का दिन शनि देव की पूजा के लिए अत्यंत उत्तम है. शनिवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने पर शनिदेव शांत होते है.
पूजा विधि-2
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हर शनिवार मंदिर में सरसों के तेल का दीया जलाएं.
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अगर आस-पास शनि मंदिर ना हो तो पीपल के पेड़ के आगे तेल का दीया जलाएं.
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शनिदेव को तेल के साथ ही तिल, काली उदड़ या कोई काली वस्तु भी भेंट करें.
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भेंट के बाद शनि मंत्र या फिर शनि चालीसा का जाप करे.
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शनि पूजा के बाद हनुमान जी की पूजा करें.
पंचांग के अनुसार 07 अगस्त 2021 को शनिवार है. इसदिन चतुर्दशी की तिथि है. कल शनिवार को सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन पुनर्वसु नक्षत्र रहेगा. शनिवार के दिन शनि देव पर सरसों का तेल और काले तिल चढ़ाना चाहिए. इसके साथ ही शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए.
Posted by: Radheshyam kushwaha