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Shanivar Vrat Vidhi: शनिवार को व्रत करने से मिलेगी सुख -समृद्धि, बरसेगी न्याय के देवता की कृपा

Shanivar Vrat Vidhi: शनिवार का व्रत रखने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है. शनिवार के व्रत में फलाहार का सेवन किया जाता है. इस दिन शनिदेव की पूजा और मंत्र जाप करना चाहिए. शनिवार के व्रत को नियमपूर्वक रखने से जीवन में सभी प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलती है.

By Shaurya Punj | December 23, 2023 1:20 PM
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Shanivar Vrat Vidhi: हिंदू धर्म में शनिवार का दिन विशेष महत्व रखता है. इस दिन को कर्म और न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित किया गया है. शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है और वे अच्छे और बुरे कर्मों का फल देते हैं. शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करने से उनके आशीर्वाद प्राप्त होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता मिलती है.

  • शनिवार का व्रत रखने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है. शनिवार के व्रत में फलाहार का सेवन किया जाता है. इस दिन शनिदेव की पूजा और मंत्र जाप करना चाहिए. शनिवार के व्रत को नियमपूर्वक रखने से जीवन में सभी प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलती है.

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  • शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें. इसके बाद, घर के मंदिर में एक चौकी पर काला कपड़ा बिछाकर उस पर शनिदेव की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें. इसके बाद, धूप, दीप, नैवेद्य, फूल, माला आदि अर्पित करें. शनिवार के दिन शनिदेव को काले तिल, सरसों का तेल, काला वस्त्र आदि चढ़ाने चाहिए. इसके अलावा, शनिदेव के मंत्रों का जाप करना भी शुभ माना जाता है.

  • शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन काले तिल, सरसों का तेल, काला वस्त्र आदि का दान करें. शनिदेव के मंत्रों का जाप करें एवं उनकी कथा सुनें या पढ़ें.

  • शनिदेव सभी भक्तों पर दयालु होते हैं. जो व्यक्ति सच्चे मन से उनकी पूजा करता है, उसे अवश्य ही उनकी कृपा प्राप्त होती है. शनिदेव की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता मिलती है. करियर में तरक्की होती है. धन-धान्य में वृद्धि होती है. पारिवारिक सुख-शांति बनी रहती है एवं सभी प्रकार के दोष दूर होते हैं.

  • एक समय की बात है, एक नगर में एक गरीब ब्राह्मण रहता था. वह बहुत ही धर्मात्मा और कर्मठ था. वह हमेशा दूसरों की मदद करता था. एक दिन, वह जंगल में घूम रहा था. तभी, उसे एक साधु मिले. साधु ने उसे बताया कि उसका भाग्य शनि की साढ़ेसाती के कारण खराब चल रहा है. उसने ब्राह्मण को शनिवार के व्रत रखने और शनिदेव की पूजा करने की सलाह दी. ब्राह्मण ने साधु की बात मानी और शनिवार का व्रत रखने लगा. वह नियमित रूप से शनिदेव की पूजा भी करता था. कुछ समय बाद, शनिदेव की कृपा से ब्राह्मण की साढ़ेसाती समाप्त हो गई. ब्राह्मण को धन-धान्य और सुख-समृद्धि प्राप्त हुई.

  • शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है. शनिदेव की पूजा और व्रत करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता मिलती है.

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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष ,वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ

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