Sharad Purnima 2020: कल 30 अक्टूबर दिन शुक्रवार को शरद पूर्णिमा है. शरद पूर्णिमा का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित हैं. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने पर अतिशुभ फलदायक सिद्ध होता हैं. वहीं, यह दिन चन्द्रोत्सव पर्व के रूप में भी जाना जाता हैं, जिसमें उपायों की मदद से आप चंद्र जनित दोषों से मुक्ति पा सकते हैं. आइए जानते है शरद पूर्णिमा पर राशिनुसार किए जाने वाले उपाय और मंत्रों के बारे में…
मेष राशि- पूर्णिमा के दिन चंद्रमा आपकी राशि पर ही विद्यमान रहेंगे अतः रात्रि में स्नान ध्यान करके खुले आसमान में अथवा अपने छत पर शुद्ध आसन पर बैठकर रक्षा दीप जलाएं और गणेश जी को नमस्कार करें. इस दिन रात्रि में ॐ सों सोमाय नमः। मंत्र का 21 माला जप करें. ऐसा करने से जन्म कुंडली में चंद्र जनित दोषों से मुक्ति मिलेगी.
वृषभ राशि- शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा आपकी राशि के बारहवें भाव में विद्यमान रहेंगे. लेकिन बहुत अशुभ फल नहीं देंगे. अपने संकल्प सिद्धि के लिए इस पूर्णिमा की रात्रि में चंद्रमा के साथ-साथ माता श्री महालक्ष्मी की भी आराधना करते हुए ॐ श्रीमते नमः। मंत्र की 21 माला का जाप करने से हानि भाव के चंद्र जनित दोषों से मुक्ति मिलेगी.
मिथुन राशि– शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा आपकी राशि से लाभभाव में गोचर करेंगे. यह दिन आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है. चंद्रमा की शुभता में और वृद्धि तथा कार्य व्यापार में सफलता प्राप्ति के लिए पूर्णिमा की रात्रि में ॐ चन्द्रमसे नमः। मंत्र का 21 माला जप करने से सभी कार्य बाधाएं दूर होंगी और रुके हुए कार्यों का भी निपटारा होगा.
कर्क राशि- आपके राशि स्वामी चंद्रमा इस दिन कर्मभाव में विद्यमान रहेंगे. इनकी प्रसन्नता से पद और गरिमा की वृद्धि होगी सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी. आपके द्वारा जो भी कार्य किया जाएगा वो निर्बाध संपन्न होगा. चंद्रमा की प्रसन्नता और स्थिर लक्ष्मी प्राप्ति के लिए रात्रि में ॐ चन्द्राय नमः। मंत्र। का जप11 माला करना और शुभ रहेगा.
सिंह राशि- पूर्णिमा के दिन धर्म भाव में चंद्रमा का गोचर आपको ईस्ट कार्य में सिद्धि प्रदान करेगा. धर्म-कर्म के मामलों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान-पुण्य भी करेंगे. संताने सन्मार्ग पर चलें और जीवन सुचारु रूप से चलता रहे. इसके लिए इस रात्रि को ॐ सुधानिधये नमः। मंत्र का 21 माला जप करने से व्यर्थ चिंताओं से मुक्ति मिलेगी.
कन्या राशि- इस महापुण्यफल कारक पर्व के दिन पूर्णचंद आपकी राशि से अष्टम आयु भाव में रहेंगे, जिसके परिणाम स्वरूप स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है. शत्रु भी हावी होने की कोशिश करेंगे. चन्द्र के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए रात्रि में ॐ सों सोमाय नमः। मंत्र का जप 21 माला करना विषम परिस्थितियों से मुक्ति दिलाएगा.
तुला राशि- आपकी राशि के सप्तम भाव में इस दिन पूर्णचन्द्र विराजमान रहेंगे, जिनके शुभ प्रभाव से कार्य व्यापार में उन्नति तो होगी ही, विवाह संबंधित वार्ता भी सफल रहेगी. पारिवारिक माहौल खुशनुमा रहेगा. चंद्रमा की प्रसन्नता तथा सौभाग्य वृद्धि के लिए इस रात्रि को ॐ चन्द्रमसे नमः। मंत्र का जप 21 माला करना अति शुभ रहेगा.
वृश्चिक राशि- राशि से छठे शत्रुभाव में पूर्ण चंद्रमा आपकी हर प्रकार से रक्षा करेंगे, फिर भी इस दिन किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें. गुप्त शत्रुओं की भी चाल सफल नहीं होगी. उत्तम स्वास्थ्य, धन एवं ऐश्वर्य की वृद्धि के लिए मध्यरात्रि काल में ॐ अनंताय नमः। मंत्र का जप 11 माला करने से रुके अथवा बिगड़े कार्य शीघ्र बनेंगे.
धनु राशि- राशि से पंचम भाव में शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा का होना आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है. यदि आप विद्यार्थी हैं तो शिक्षा प्रतियोगिता में और सफलता मिलेगी. शासन सत्ता का पूर्ण सुख मिलेगा. सफलताओं का सिलसिला निर्बाध गति से चलता रहे इसके लिए मध्य रात्रि को ॐ सुर स्वामिने नमः। मंत्र का जाप 21 माला करें.
मकर राशि- राशि से चतुर्थ भाव में पूर्ण चंद्रमा कई तरह के अप्रत्याशित परिणाम दिला सकते हैं हो सकता है कहीं ना कहीं आपको मानसिक अशांति का सामना करना पड़े किंतु कार्य व्यापार की दृष्टि से यह योग आपके लिए बेहतर रहेगा. नौकरी में उन्नति तथा सुख शांति की वृद्धि के लिए ॐ क्षीणपापाय नमः। मंत्र का जप 11 माला करना कार्य सिद्धि देगा.
कुंभ राशि- राशि से पराक्रम भाव में पूर्णचंद आपके स्वभाव में सौम्यता लाएंगे. आपके द्वारा किए गए सभी कार्यों की सराहना होगी. महिला वर्ग के लिए यह योग और उत्तम रहेगा. धर्म के प्रति आस्था बढ़ेगी तथा रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे मान-सम्मान की निरंतर वृद्धि होती रहे इसके लिए मध्य रात्रि को ॐ धनुर्धराय नमः मंत्र का जप 21 माला करें.
मीन राशि- राशि से धनभाव में पूर्णचंद्र आकस्मिक धन प्राप्ति भी करा सकते हैं किंतु किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह भी बढ़ सकती है. सरकार अथवा समाज किसी बड़े सम्मान की घोषणा भी होने के योग बनेंगे. स्वास्थ्य विशेष करके नेत्र संबंधी विकार से बचते रहें. ॐ सों सोमाय नमः। मंत्र का जप 21माला करना उत्तम रहेगा.
News Posted by: Radheshyam Kushwaha