Shardiya Navratri 2022 7th Day: नवरात्रि का सातवां दिन आज, मां कालरात्रि को ऐसे करें प्रसन्न

Shardiya Navratri 2022 7th Day: कालरात्रि का वाहन गधा है और इनकी चार भुजाएं हैं, जिनमें से ऊपर का दाहिना हाथ वरद मुद्रा में और नीचे का हाथ अभयमुद्रा में रहता है. जबकि बायीं ओर के ऊपर वाले हाथ में लोहे का कांटा और निचले हाथ में खड़ग है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 2, 2022 6:50 AM
an image

Shardiya Navratri 2022 7th Day: शारदीय नवरात्रि के सातवें दिन यानी आज मां दुर्गा के सातवें स्वरूप की अराधना की जाती है. इस दिन साधक का मन सहस्रार चक्र में स्थित होता है. ये दुष्टों का संहार करती हैं. इनका रूप देखने में अत्यंत भयंकर है लेकिन ये अपने भक्तों को हमेशा शुभ फल प्रदान करती हैं, इसलिए इन्हें शुभंकरी भी कहा जाता है. मां कालरात्रि का वाहन गधा है और इनकी चार भुजाएं हैं, जिनमें से ऊपर का दाहिना हाथ वरद मुद्रा में और नीचे का हाथ अभयमुद्रा में रहता है. जबकि बायीं ओर के ऊपर वाले हाथ में लोहे का कांटा और निचले हाथ में खड़ग है.

पूजन की क्या है विधि

मां कालरात्रि की पूजा के लिए सुबह चार से 6 बजे तक का समय उत्तम माना जाता है. इस दिन प्रातः जल्दी स्नानादि करके मां की पूजा के लिए लाल रंग के कपड़े पहनने चाहिए. इसके बाद मां के समक्ष दीपक प्रज्वलित करें. अब फल-फूल मिष्ठान आदि से विधिपूर्वक मां कालरात्रि का पूजन करें. पूजा के समय मंत्र जाप करना चाहिए, तत्पश्चात मां कालरात्रि की आरती करनी चाहिए. इस दिन काली चालीसा, सिद्धकुंजिका स्तोत्र, अर्गला स्तोत्रम आदि चीजों का पाठ करना चाहिए. इसके अलावा सप्तमी की रात्रि में तिल के तेल या सरसों के तेल की अखंड ज्योति भी जलानी चाहिए.

कालरात्रि को भोग लगाएं

सप्तमी नवरात्रि पर मां को खुश करने के लिए गुड़ या गुड़ से बने व्यंजनों का भोग लगाना शुभ होता है. अगर आपको भी किसी चीज़ का भय बना रहता है तो आज मां कालरात्रि का ध्यान करके उनके इस मंत्र का जप अवश्य ही करना चाहिए.

इस मंत्र का करें जाप

ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै ऊं कालरात्रि दैव्ये नम: .

ॐ कालरात्र्यै नम:

ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्गति नाशिन्यै महामायायै स्वाहा।

Also Read: Durga Ashtami 2022: दुर्गा अष्टमी 3 अक्टूबर को, महागौरी पूजा विधि मंत्र, आरती जानें
मंत्र है

जय त्वं देवि चामुण्डे जय भूतार्ति हारिणि.

जय सार्वगते देवि कालरात्रि नमोऽस्तु ते॥

इस मंत्र का 216 बार करें जाप

अगर आपके जीवन में हमेशा पैसों आभाव बना रहता है या आप अपनी आर्थिक स्थिति और बेहतर करना चाहते हैं, तो आज मां कालरात्रि को गुड का भोग लगा कर प्रणाम करके, उनके इस मंत्र का दो माला यानि 216 जाप करें .

मंत्र है

ॐ यदि चापि वरो देयस्त्वयास्माकं महेश्वरि.

संस्मृता संस्मृता त्वं नो हिंसेथाः परमाऽऽपदः ॐ..

इस मंत्र का 108 बार करें जाप होगा लाभ

अगर आप व्यापार में अपने विरोधियों को पछाड़ना चाहते है, तो आज देवी कालरात्रि के सामने गुग्गुल की धूप दिखाने के बाद पूरे घर में भी धूप दिखाएं . साथ ही उनके इस मंत्र का 108 बार जाप करें.

मंत्र है

ॐ ऐं सर्वाप्रशमनं त्रैलोक्यस्या अखिलेश्वरी.

एवमेव त्वथा कार्यस्मद् वैरिविनाशनम् नमो सें ऐं ॐ..

Exit mobile version