Share Market: Zomato का 1412 करोड़ की हिस्सेदारी बिकी, स्टॉक पर दिखा ये एक्शन
Share Market: टाइबर ग्लोबल और अरबपति यूरी मिल्नर की डीएसटी ग्लोबल ने जोमैटो में 1.8 प्रतिशत हिस्सेदारी खुले बाजार में लेनदेन के जरिये 1,412 करोड़ रुपये में बेच दी है.
Share Market: भारतीय शेयर बाजार में Zomato के शेयर में सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन जबरदस्त एक्शन दिखने की संभावना है. बताया जा रहा है कि टाइबर ग्लोबल और अरबपति यूरी मिल्नर की डीएसटी ग्लोबल ने जोमैटो में 1.8 प्रतिशत हिस्सेदारी खुले बाजार में लेनदेन के जरिये 1,412 करोड़ रुपये में बेच दी है. एक्सिस म्यूचुअल फंड, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, आईसीआईसीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, फाउंडर्स कलेक्टिव फंड, मॉर्गन स्टेनली एशिया सिंगापुर और सोसायटी जनरली ने ऑनलाइन ऑर्डर पर खाने-पीने के सामान की आपूर्ति करने वाली कंपनी जोमैटो के शेयर खरीदे हैं. बीएसई और एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, टाइगर ग्लोबल ने बीएसई पर जोमैटो के 12,34,86,408 शेयर बेचे. यह 1.44 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है. वहीं, डीएसटी ग्लोबल ने अपनी निवेश इकाई अपोलेटो एशिया लि. के जरिये 3,19,80,447 शेयर बेचे, जो 0.4 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है.
बाजार खुलते शेयर में दिखी तेजी
इन शेयरों की बिक्री 90.10 से 91.01 रुपये प्रति शेयर के भाव पर की गई। इस तरह सौदे का सामूहिक मूल्य 1,411.99 करोड़ रुपये बैठता है. सोमवार को बीएसई पर जोमैटो का शेयर 1.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ 92.33 रुपये पर बंद हुआ। एनएसई पर कंपनी का शेयर 1.48 प्रतिशत की बढ़त के साथ 92.35 रुपये रहा. जबकि, मंगलवार को सुबह बाजार खुलने के साथ Zomato के शेयर में हल्की तेजी देखने को मिली. सुबह 9.44 बजे कंपने के शेयर में एक प्रतिशत की तेजी देखने को मिली. कंपनी के शेयर 93.35 पर थे. पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर सात अगस्त को सबसे ज्यादा हाई पर गए थे.
पहली बार कंपनी ने कमाया मुनाफा
सात अगस्त को कंपनी के शेयर 52 सप्ताह के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं. कंपनी के शेयर सुबह 10.45 मिनट पर 102.30 पर उछलकर पहुंच गया. फिर शाम, 03.05 बजे तक 98.59 रुपये तक पर पहुंच गया. पिछले 52 सप्ताह में ये पहली बार था कि कंपने के शेयर 100 रुपये के पार पहुंचा था. बता दें कि इसी साल जनवरी महीने में शेयर की कीमत 44.35 रुपये तक गिर गई थी. कंपनी ने स्थापना के 15 वर्षों के बाद पहली बार मुनाफा कमाया है.
जोमैटो को एक दिन में मिलते हैं 20 लाख ऑडर
जेपी मॉर्गन के एक नोट के मुताबिक जोमैटो को जून तिमाही में लगभग 17.6 करोड़ ऑर्डर मिले. इसका सीधा अर्थ है कि औसत एक दिन में 20 लाख ऑर्डर मिले. रिपोर्ट के अनुसार, रेस्तरां आमतौर पर जोमैटो और स्विगी जैसी खाद्य वितरण कंपनियों को भोजन ऑर्डर पर 22-28 प्रतिशत का कमीशन देते हैं.
क्या है Zomato?
Zomato एक भारतीय मूल की ऑनलाइन खाद्य सेवा है जो खाने के आपूर्ति, रेस्टोरेंट प्रमोटन, रेटिंग्स, रिव्यूज और खाद्य संबंधित जानकारी प्रदान करती है. यह उपयोगकर्ताओं को उनके आस-पास के रेस्टोरेंट्स, कैफ़े और खाद्य स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है और उन्हें ऑनलाइन खाद्य ऑर्डर करने की सुविधा भी प्रदान करता है. Zomato की वेबसाइट और मोबाइल ऐप्स के माध्यम से उपयोगकर्ता विभिन्न रेस्टोरेंट्स की सूची, उनके मेनू, रेटिंग्स, रिव्यूज़, फ़ोटोज़, और अन्य जानकारी देख सकते हैं. वे ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं और घर पर डिलीवर करवा सकते हैं, या फिर रेस्टोरेंट में खाने का स्वाद ले सकते हैं. इसके साथ ही, Zomato रेस्टोरेंट चेन्स और फ़ूड आउटलेट्स को विपणित करने के लिए एक प्लेटफ़ॉर्म भी प्रदान करता है, जो उन्हें उनके आपूर्ति और सेवाओं का प्रबंधन करने में मदद करता है. Zomato ने भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी अपनी सेवाएं प्रदान करना शुरू किया है और यह आजकल एक प्रमुख ऑनलाइन खाद्य सेवा प्रदाता बन गया है.
कब हुई जोमैटो की स्थापना
Zomato एक भारतीय ऑनलाइन खाने की डिलीवरी और रेस्टोरेंट रिव्यू प्लेटफ़ॉर्म है. जोमैटो की स्थापना 2008 में हुई थी, यह दिल्ली के दो मित्रों, दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा द्वारा स्थापित की गई थी. जोमैटो ने ऑनलाइन खाने की डिलीवरी के क्षेत्र में बड़े स्तर पर काम करके भारत में डिजिटल भुगतान और खाने की सेवाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
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