शेखपुरा के अरियरी के कसार सहायक थाना क्षेत्र के मसोढ़ा गांव में बेटी का हत्यारा होने का कलंक एक पिता नहीं झेल सका और 24 घंटे के अंदर ही जिस स्थान पर पुत्री के शव को दफन किया गया था, वहीं जाकर नीम के पेड़ पर फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली. हत्या और उसके बाद आत्महत्या की इस दोहरी घटना से पूरा परिवार और गांव सदमे में है.
फांसी लगाकर अपनी जान देने वाले 45 वर्षीय उमेश चौधरी के शव को शनिवार की सुबह ग्रामीणों ने गांव से थोड़ी ही दूर पर स्थित श्मशान में पेड़ से लटका हुआ देखा, तो इसकी सूचना पुलिस को दी गयी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया. आशंका जतायी जा रही है कि शुक्रवार की रात को ही उमेश चौधरी ने आत्महत्या की होगी.
ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार की रात करीब आठ बजे नशे की हालत में उमेश चौधरी का अपनी पत्नी बेबी देवी से झगड़ा हुआ था. उसी दौरान उसने गुस्से में अपनी तीन साल की बेटी सुहानी को सीढ़ी पर पटक दिया था, जिससे मौके पर ही बच्ची की जान चली गयी थी. घटना के बाद उमेश चौधरी गांव छोड़कर फरार हो गया था.
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ग्रामीणों का कहना है कि जब नशा उतरा, तो इस घटना ने उसे पूरी तरह झकझोर कर रख दिया और उसने खुदकुशी कर ली. शनिवार की सुबह उसका शव गांव के ही श्मशान में नीम के पेड़ से लटकता मिला. घटनास्थल पर पहुंचे कसार सहायक थाना थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है.