शिक्षा मंथन 2023: QS रैंकिंग के रीजनल डायरेक्टर बोले- यूपी के आठ विश्वविद्यालय एशिया में कर रहे नाम रोशन
कानपुर में चल रहे शिक्षा मंथन का दूसरा सत्र वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई ऑडिटोरियम के साथ ही स्कूल आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के लेक्चर हॉल में भी आयोजित किया गया. इस सत्र की अध्यक्षता किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डा. बिपिन पुरी ने की.
Kanpur : शिक्षा मंथन का दूसरा सत्र वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई ऑडिटोरियम के साथ ही स्कूल आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के लेक्चर हॉल में भी आयोजित हुआ. जहां क्यूएस वर्ल्ड एंड एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग दुबई के क्षेत्रीय निदेशक व मध्य-पूर्व सीईओ प्रो. अश्विन फर्नांडिस ने वर्ल्ड एवं एशियन रैंकिंग के मापदंडों की जानकारी दी. इस सत्र की अध्यक्षता किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डा. बिपिन पुरी ने की. उन्होंने बताया कि इस वर्ष हम वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग की 20वीं वर्षगांठ मना रहे हैं.
प्रो. फर्नांडिस ने बताया कि आज पूरे विश्व के शैक्षिक संस्थान वर्ल्ड रैंकिंग में प्रतिभाग कर रहे हैं. इसकी मदद से पूरे विश्व के विद्यार्थी एक दूसरे देश के उत्कृष्ट संस्थानों की जानकारी हासिल कर प्रवेश ले रहे हैं. यही नहीं, जो छात्र इन संस्थानों से पढ़ाई करके आते हैं, कई देश उन विद्यार्थियों को विशेष सुविधा भी मुहैया करा रहे हैं. यूएई अपने यहां 10 वर्ष का वीजा दे रहा है. इसी तरह सिंगापुर, डेनमार्क, ब्राजील, मलेशिया, चीन, यूके, थाईलैंड सरकार भी अलग-अलग तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है. रैंकिंग बेहतर होगी तो विद्यार्थियों को बेहतर उच्च शिक्षा व उसके लिए जरूरी बजट मिल सकेगा.
उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में विश्व की सर्वश्रेष्ठ 1300 यूनिवर्सिटी को लिया गया था, जिसमें से भारत की 35 व यूपी की चार यूनिवर्सिटी शामिल थीं. इसी तरह वर्ष 2022 में 1400 विश्वविद्यालयों में भारत की 41 और यूपी की पांच यूनिवर्सिटी शामिल रहीं. वर्ष 2023 में 1500 में से भारत की 45 व यूपी की पांच यूनिवर्सिटी शामिल थीं.
पूरे देश के शैक्षिक संस्थानों की गुणवत्ता में हो रहा सुधार
इसी तरह वर्ष 2021 में क्यूएस एशियन रैंकिंग में सर्वश्रेष्ठ 650 यूनिवर्सिटी ली गईं, जिसमें भारत की 107 व यूपी की सात शामिल थीं. वर्ष 2022 में 687 विश्वविद्यालयों में भारत के 117 व यूपी के सात विश्वविद्यालय शामिल रहे. वर्ष 2023 में 757 विश्वविद्यालय चयनित हुए, जिसमें से भारत के 118 व यूपी के आठ विश्वविद्यालय शामिल थे. उन्होंने बताया कि दिन प्रतिदिन यूपी समेत पूरे देश के शैक्षिक संस्थानों की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है और एशियन व विश्व स्तर पर रैंकिंग में सुधार हो रहा है.
ये संस्थान रोशन कर रहे नाम
प्रो. फर्नांडिस ने बताया कि विश्व स्तर पर यूपी के जो पांच संस्थान नाम रोशन कर रहे हैं, उनमें आईआईटी कानपुर, आईआईटी बीएचयू, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अमिटी यूनिवर्सिटी व बनारस हिंदू विश्वविद्यालय शामिल हैं. एशियन स्तर पर शामिल आठ संस्थानों में आईआईटी कानपुर, अमिटी यूनिवर्सिटी, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, आईआईटी बीएचयू, शिव नादर यूनिवर्सिटी, ट्रिपल आईटी इलाहाबाद
लखनऊ विश्वविद्यालय व मानव रचना अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का नाम शामिल है. क्यूएस रैंकिंग में विषयवार भी कई संस्थानों ने विश्व स्तर पर परचम लहराया है. इसमें आईआईटी कानपुर, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, अमिटी यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, एसजीपीजीआई लखनऊ, ट्रिपल आईटी इलाहाबाद व आईआईएम लखनऊ का नाम शामिल है.