Shishir Adhikari News: शुभेंदु के पिता शिशिर अधिकारी भी थाम सकते हैं भाजपा का झंडा, कही यह बात
Shishir Adhikari News: ममता बनर्जी के बाद तृणमूल कांग्रेस में लंबे अरसे तक नंबर दो की हैसियत रखने वाले शुभेंदु अधिकारी और उनके भाई दिव्येंदु के बाद अब उनके पिता शिशिर अधिकारी भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं. पद से हटाये जाने के बाद शिशिर अधिकारी ने कहा कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है.
कोलकाता : ममता बनर्जी के बाद तृणमूल कांग्रेस में लंबे अरसे तक नंबर दो की हैसियत रखने वाले शुभेंदु अधिकारी और उनके भाई दिव्येंदु के बाद अब उनके पिता शिशिर अधिकारी भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं. तृणमूल के अहम पदों से हटाये जाने के बाद जब शिशिर अधिकारी से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है.
शुभेंदु अधिकारी के पिता शिशिर अधिकारी ने खुद को पूर्वी मेदिनीपुर जिला अध्यक्ष पद से हटाये जाने के एक दिन बाद भाजपा में जाने के संकेत दिये. हालांकि, शिशिर अधिकारी ने कहा कि उन्होंने अभी इस बारे में फैसला नहीं लिया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.
मैंने राजनीति में अपना पूरा जीवन गुजार दिया है. अगर कोई यह सोचता है कि एक पद से हटाये जाने पर मैं राजनीति छोड़ दूंगा, तो वे गलत हैं. मैं जनता के लिए काम करता रहूंगा.
शिशिर अधिकारी, सांसद, तृणमूल कांग्रेस
पद से हटाये जाने पर मैं राजनीति नहीं छोड़ूंगा
श्री अधिकारी ने पूर्वी मेदिनीपुर जिला के कांथी में पत्रकारों से कहा, ‘मैंने राजनीति में अपना पूरा जीवन गुजार दिया है. अगर कोई यह सोचता है कि एक पद से हटाये जाने पर मैं राजनीति छोड़ दूंगा, तो वे गलत हैं. मैं जनता के लिए काम करता रहूंगा.’
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ममता से चर्चा के बाद लेंगे अंतिम फैसला
भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर तीन बार से सांसद श्री अधिकारी (80) ने कहा कि उन्होंने अभी इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है. उन्होंने कहा, ‘राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है. लेकिन, मैं जो भी फैसला लूंगा, पार्टी प्रमुख के साथ चर्चा के बाद ही लूंगा.’
उल्लेखनीय है कि दिसंबर में शुभेंदु अधिकारी के भाजपा का झंडा थामने के बाद उनके भाई दिव्येंदु को कांथी नगर निगम के प्रशासक के पद से हटा दिया गया था. बाद में दिव्येंदु ने भाजपा का झंडा उठा लिया. इसके कुछ ही दिनों बाद तृणमूल कांग्रेस ने अपने संस्थापक सदस्य शिशिर से भी बड़ी जिम्मेवारी छीन ली.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले प्रदेश में राजनीतिक हलचल बढ़ गयी है. तृणमूल कांग्रेस के कई नेता अब तक पार्टी छोड़ चुके हैं. कई और तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने के लिए तैयार हैं. इसलिए भाजपा को इस बार चुनाव से काफी उम्मीदें हैं.
राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है. लेकिन, मैं जो भी फैसला लूंगा, पार्टी प्रमुख के साथ चर्चा के बाद ही लूंगा.
शिशिर अधिकारी, सांसद, तृणमूल कांग्रेस
Posted By : Mithilesh Jha