Shiv Ji Ki Aarti: इस आरती से महादेव जी को जल्द करें प्रसन्न, जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा…
Shiv Ji Ki Aarti: हरतालिका तीज व्रत हर साल भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है. इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. पूजा के बाद शिव जी की आरती जरूर करें.
Shiv Ji Ki Aarti: आज सुहागिन महिलाएं हरतालिका तीज का व्रत रखी हैं. हरतालिका तीज व्रत हर साल भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है. इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. इस दिन महिलाएं पूरी तरह से सोलह श्रृंगार कर शिव और पार्वती की पूजा करती हैं. पूजा के बाद महादेव जी को प्रसन्न करने के लिए आरती जरूरी माना गया है. अगर आप महादेव की जी आरती करने जा रहे है तो यहां संपूर्ण आरती की जानकारी दी गयी है.
भगवान शिव की आरती
जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥
दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥
अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥
त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥
जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा|
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥