CCL के रजरप्पा परियोजना में पहली उत्खनन इंजीनियर बनीं शिवानी, केंद्रीय कोयला मंत्री ने ट्वीट कर दी बधाई

रामगढ़ के CCL स्थित रजरप्पा परियोजना के खुली खदान में उत्खनन इंजीनियर के पद पर योगदान देने वाली शिवानी मीणा पहली महिला इंजीनियर बनी है. शिवानी IIT जोधपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की है. शिवानी के इस योगदान से खदान में कार्यरत सभी श्रमिक काफी खुश हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2021 9:10 PM
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Jharkhand News (सुरेंद्र कुमार/शंकर पोद्दार, रजरप्पा, रामगढ़) : कोल इंडिया (Coal India) के सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (Central Coalfields Limited) रजरप्पा परियोजना ( Rajrappa Project) के खुली खदान में उत्खनन विभाग (Excavation Department) में शिवानी मीणा ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में अपना योगदान दी है. इस तरह उन्होंने मशीनीकृत ओपन कास्ट खदान में योगदान देकर इतिहास रचा. CCL के इतिहास में खुली खदान में उत्खनन इंजीनियर के पद पर योगदान देने वाली पहली महिला बनी.

शिवानी मीणा रजरप्पा क्षेत्र में भारी मशीनों की देख-रेख व कार्य करना शुरू कर दी है. वो कामगारों से मिलकर भारी मशीनों (HEMM), शावेल, डंपरों की भी जानकारी ले रही है. वो मशीनों की रख-रखाव एवं मरम्मत का कार्य देखेंगी. इनके यहां योगदान देने पर रजरप्पा क्षेत्र के कामगारों में खुशी है. कामगारों के कहना है कि यह बहुत ही गौरव की बात है कि देश की बेटी पहली बार खुली खदान में कार्य करने पहुंची है. इन्हें हर तरह से सहयोग किया जायेगा.

चुनौतियों की सामना के लिए तैयार हूं : शिवानी मीणा

शिवानी मीणा ने कहा कि पहली बार मुझे जब सूचना मिली कि खदान क्षेत्र में पोस्टिंग हुई है, तो मैं घबरायी नहीं क्योंकि मैं इसकी पढ़ाई की हूं. मैं हर तरह की चुनौतियों की सामना करने के लिए भी तैयार हूं. बताते चले कि शिवानी मीणा IIT जोधपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की है.

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कोयला मंत्री ने बधाई दी

शिवानी के CCL में योगदान देने पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है. उन्होंने शिवानी के उज्जवल भविष्य की कामना की. साथ ही केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने भी रिट्वीट कर शिवानी को बधाई दी.

इससे पहले हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव की रहने वाली आकांक्षा कोल इंडिया की दूसरी और भूमिगत खदान में योगदान देनेवाली पहली महिला माइनिंग इंजीनियर है. आकांक्षा ने CCL के नॉर्थ कर्णपुरा की चूरी भूमिगत खदान में योगदान दिया है. आकांक्षा ने BIT सिंदरी से माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. कोल इंडिया में योगदान देने से पहले उन्‍होंने तीन साल वर्षों तक हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की राजस्‍थान स्थित बल्‍लारिया खदान में भी कार्य किया.

आकांक्षा के इस उपलब्धि पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्विट कर आकांक्षा को बधाई दी थी. ट्वीट कर उन्होंने कहा कि कोयला मंत्रालय ने लैंगिग समानता के लिए पहल की है. वहीं, अब रजरप्पा परियोजना के तहत खुली खदान के उत्खनन विभाग में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर शिवानी मीणा के योगदान देने पर बधाई दी है.

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बेटियों को मिलेगी प्रेरणा : महाप्रबंधक

रजरप्पा के महाप्रबंधक आलोक कुमार ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि शिवानी का योगदान देना CCL एवं रजरप्पा के लिए ऐतिहासिक क्षण है. इससे बेटियों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी. इस क्षेत्र में बेटियों को आने का मनोबल बढ़ेगा. साथ ही नारी शक्ति को भी बढ़ावा मिलेगा.

Posted By : Samir Ranjan.

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