‘भाई फोटा’ पर बैसाखी को साथ लेकर ममता बनर्जी के घर पहुंचे शोभन चटर्जी, मुख्यमंत्री से लिया ‘फोटा’

पश्चिम बंगाल में गुरुवार को ‘भाई फोटा’ यानी ‘भैया दूज’ के मौके पर मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी के कालीघाट इलाका स्थित आवास में नया राजनीतिक समीकरण बनता नजर आया है. जहां शोभन चटर्जी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने पहुंचे थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2022 7:42 PM

पश्चिम बंगाल में गुरुवार को ‘भाई फोटा’ यानी ‘भैया दूज’ के मौके पर मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के कालीघाट इलाका स्थित आवास में नया राजनीतिक समीकरण बनता नजर आया है. असल में लंबे समय से राजनीति से दूरी बनाकर रखने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री व कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी (Shobhan Chatterjee)अपनी महिला मित्र बैसाखी बनर्जी (Baisakhi Banerjee )को साथ लेकर सुश्री बनर्जी के आवास पहुंचे, जहां उन्होंने तृणमूल प्रमुख से ‘फोटा’ (चंदन का टीका लगवाना) भी लिया.

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शोभन के तृणमूल में वापसी की अटकलें तेज

मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकलने के शोभन चटर्जी ने कुछ ऐसा कहा, जिसके बाद से ही उनके वापस तृणमूल में शामिल होने व राजनीति में सक्रिय होने की अटकलें तेज हो गयी हैं. उन्होंने कहा था कि “टॉस हो गया है, अब गलव्स व पैड पहनकर क्रीज में उतरने का इंतजार है.” इतना ही नहीं शोभन ने यह भी कहा कि “मुझे हमेशा से ही ‘दीदी’ (ममता) का स्नेह और प्यार मिला है. स्वाभाविक है कि दीदी की बात ही, मेरे लिए अंतिम बात है. मेरे माता-पिता नहीं हैं और अब मेरे लिए ‘दीदी’ का कोई दूसरा विकल्प नहीं है. दीदी ने मुझे ‘फोटा’ दिया है. उन्हें देने के लिए मेरे पास कुछ नहीं है.

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2 वर्षों के उपरांत शोभन पहुंचे ममता से मिलने

गौरतलब है कि वर्ष 2019 में हुए भैया दूज के बाद यानी दो वर्षों के उपरांत गुरुवार को शोभन तृणमूल प्रमुख के आवासा पर ‘फोटा’ लेने पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कैबिनेट में मंत्री रह चुके शोभन हर साल उनके आवास पर ‘भाई फोटा’ के लिए आते थे. मुख्यमंत्री का भी स्नेह उनपर काफी रहा है. लेकिन शोभन के व्यक्तिगत कारणों की वजह से दोनों के बीच थोड़ी दूरी बन गयी, जिसके बाद ही वह मंत्रिमंडल से हटा दिये गये. साथ ही उन्हें मेयर पद भी गंवाना पड़ा. अब अचानक भैया दूज के मौके पर उनका सुश्री बनर्जी के घर जाने से उनके राजनीति में लौटने की बात को हवा मिलने लगी है.

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