टीम इंडिया को झटका, हार्दिक पांड्या कुछ और मुकाबलों से हो सकते हैं बाहर, जानें हेल्थ अपडेट
भारत अब तक अपने पांचों मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए काफी मजबूत स्थिति में है इसलिए पांड्या को अगले दो मैच के लिए आराम दिया जा सकता है जिससे उन्हें नॉकआउट से पहले पूरी तरह से उबरने का मौका मिलेगा.
वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले से पहले टीम इंडिया के लिए अच्छी खबर नहीं है. बताया जा रहा है, स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या अगले दो मुकाबलों से भी बाहर रह सकते हैं. क्योंकि वह टखने की चोट से उबर नहीं पाए हैं जिसके कारण पिछले मैच में नहीं खेल पाए थे.
पुणे में 19 अक्टूबर को बांग्लादेश के खिलाफ अपनी ही गेंद पर क्षेत्ररक्षण करते हुए पांड्या के टखने में चोट लगी थी और वह 22 अक्टूबर को धर्मशाला में न्यूजीलैंड के खिलाफ नहीं खेल पाए थे. बड़ौदा का यह खिलाड़ी चोट से उबरने के लिए सोमवार को राट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) चला गया था.
एनसीए के एक सूत्र ने बताया, हार्दिक का उपचार चल रहा है. उसके बाएं टखने की सूजन काफी कम हुई है लेकिन वह सप्ताहांत ही गेंदबाजी की शुरुआत करेगा. इस समय उन्हें उबरने का समय देना महत्वपूर्ण है.
भारत अब तक अपने पांचों मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए काफी मजबूत स्थिति में है इसलिए पांड्या को अगले दो मैच के लिए आराम दिया जा सकता है जिससे उन्हें नॉकआउट से पहले पूरी तरह से उबरने का मौका मिलेगा.
बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, पांड्या को गंभीर मोच आई है लेकिन सौभाग्य से फ्रेक्चर नहीं हुआ है. बीसीसीआई की मेडिकल टीम अधिकतम एहतियात बरतना चाहती है. उनके अगले दो से तीन मैच से बाहर रहने की संभावना है. टीम चाहती है कि वह नॉकआउट चरण के लिए पूरी तरह फिट हों.
पंड्या का गुरुवार को फिटनेस परीक्षण हो सकता है और बीसीसीआई की मेडिकल टीम इसी के आधार पर उनकी वापसी की तारीख तय करेगी. इस दौरान उनकी गेंदबाजी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और देखा जाएगा कि पूरा जोर लगाकर गेंदबाजी करते हुए बाएं पैर के टखने को लेकर वह असहज तो नहीं हैं.
भारत को अपना अगला मुकाबला गत चैंपियन इंग्लैंड के खिलाफ 29 अक्टूबर को लखनऊ में और दो नवंबर को मुंबई में श्रीलंका से खेलना है.
पांड्या की अनुपस्थिति ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अंतिम एकादश में सूर्यकुमार यादव और मोहम्मद शमी को जगह मिली थी. शमी ने टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट चटकाए थे लेकिन लखनऊ की पिच से धीमे गेंदबाजों को मदद मिलने की संभावना है और ऐसे में इस मैच के लिए रविचंद्रन अश्विन को एकादश में जगह मिल सकती है. अगर ऐसा होता है तो बल्लेबाजी भी मजबूत होगी क्योंकि अश्विन आठवें नंबर पर खेलेंगे.