झारखंड : हजारीबाग में शिक्षा अधिकारियों की घोर कमी, पांच महीने से डिप्टी डीएसई का पद खाली
हजारीबाग जिले में शिक्षा अधिकारियों की घोर कमी है. पांच महीने से डिप्टी डीएसइ का पद खाली है. शहरी क्षेत्र नगरपालिका में विद्यालय अवर निरीक्षक नहीं हैं. पांच प्रखंड के बने लगभग 20 वर्षों हो गये अभी तक इन प्रखंडों में शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीईईओ/स्कूल इंस्पेक्टर) का पद सृजित नहीं हुआ है.
हजारीबाग, आरिफ. हजारीबाग जिले में शिक्षा अधिकारियों की घोर कमी है. पांच महीने से डिप्टी डीएसइ का पद खाली है. शहरी क्षेत्र नगरपालिका में विद्यालय अवर निरीक्षक नहीं हैं. पांच प्रखंड बने दारू, टाटीझरिया, डाडी, चलकुसा एवं पदमा को लगभग 20 वर्षों हो गये अभी तक इन प्रखंडों में शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीईईओ/स्कूल इंस्पेक्टर) का पद सृजित नहीं हुआ है. वहीं, लंबे समय से चार प्रखंड सदर, केरेडारी, विष्णुगढ़ एवं बरही में स्कूल इंस्पेक्टर का पद खाली है.
नियमित रूप से स्कूल का निरीक्षण बंद
स्कूल इंस्पेक्टर नहीं रहने से स्कूलों का नियमित रूप से निरीक्षण नहीं हो पा रहा है. मासिक गुरु गोष्ठी प्रभावित है. मध्याह्न भोजन का संचालन जुगाड़ माध्यम से किया जा रहा है. शिक्षकों की निगरानी नहीं हो रही है. शिक्षकों का वेतन देरी से बन रहा है. वहीं, हजारीबाग झारखंड शिक्षा परियोजना से संचालित शिक्षण गतिविधि का लाभ समुचित रूप से अध्ययनरत विद्यार्थियों को नहीं मिल रहा है. यह कहना गलत नहीं होगा कि वैसे प्रखंड जहां स्कूल इंस्पेक्टर का पद खाली है, पद सृजित अब-तक नहीं हुआ है. इन प्रखंडों में शिक्षण कार्य से जुड़े लगभग कार्य प्रभावित है. जिले के शिक्षा अधिकारियों का दावा है कि जुगाड़ माध्यम से सभी कार्य को सुचारु रखा गया है. वहीं, कई शिक्षक संगठनों ने शिक्षा अधिकारियों के दावे को खारिज कर इसे हकीकत से पूरी तरह उलट बताया है.
1473 स्कूल में मध्याह्न भोजन
जिले में 665 नव प्राथमिक विद्यालय, 220 प्राथमिक विद्यालय, नौ एनसीएल, 167 मध्य विद्यालय, 369 उत्क्रमित उच्च विद्यालय, छह बुनियादी विद्यालय, नौ मदरसा, 11 अल्पसंख्यक मध्य विद्यालय, आठ उच्च विद्यालय एवं तीन मॉडल विद्यालय मिलाकर 1473 स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों को मध्याह्न भोजन खिलाया जा रहा है. कक्षा एक से आठवीं तक लगभग 1500 स्कूल है. वहीं, नौवीं से 12वीं को मिलाकर स्कूलों की संख्या लगभग 1800 है. इसमें अध्ययनरत विद्यार्थियों की संख्या दो लाख से अधिक है.
स्कूल इंस्पेक्टर की अदला-बदली का खेल
डीएसइ कार्यालय की ओर से कुछ प्रखंडों में स्कूल इंस्पेक्टर के अदला-बदली का खेल चल रहा है. इससे बड़ी संख्या में शिक्षक प्रभावित है. अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा कि डीएसइ संतोष गुप्ता मनमानी करने में जुटे हैं. मनमाने तरीके से एक स्कूल इंस्पेक्टर को कई प्रखंडों का प्रभार दिया गया है. वहीं, बिना कारण बताये 26 जून 2023 को विष्णुगढ़ प्रखंड के प्रभारी स्कूल इंस्पेक्टर को हटाकर इचाक प्रखंड के बंशीधर राम को प्रभारी स्कूल इंस्पेक्टर बनाया गया. प्रवीण कुमार ने आरोप लगाया है कि बंशीधर राम डीएसइ के करीबी हैं. प्रभारी स्कूल इंस्पेक्टर बनाने में बंशीधर राम से पैसे की वसूली की है.
नगरपालिका अवर विद्यालय निरीक्षक का अपना कार्यालय भवन नहीं
उत्तरी छोटानागपुर का प्रमंडलीय मुख्यालय के साथ-साथ कई मामले में हजारीबाग ऐतिहासिक जिला है. बता दें कि शहरी क्षेत्र में नगरपालिका अवर विद्यालय निरीक्षक का शुरू से अपना कार्यालय भवन नहीं है. वर्तमान समय संस्कृत विद्यालय परिसर के एक कमरे में कार्यालय है. इससे पहले आनंदा शिशु, फिर बड़ा बाजार फिर बडम बाजार स्कूल में कार्यालय चलाया गया है. वहीं, सदर प्रखंड में क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी का भी अपना कार्यालय भवन नहीं है. नवाबगंज स्थित कन्या मध्य विद्यालय के एक कमरे में क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी का कार्यालय चल रहा है.
हजारीबाग के डीएसई संतोष गुप्ता ने कहा कि शिक्षा अधिकारियों की कमी है. इसकी जानकारी समय-समय पर विभाग को पत्र के माध्यम से भेजा जा रहा है. स्कूल इंस्पेक्टर के नहीं रहने से कार्य को प्रभावित नहीं रखा गया है जुगाड़ माध्यम से सभी कार्यों का संचालन हो रहा है.