श्रावणी मेला 2022 : कांवरिया पथ पर अनोखा नजारा, कांवर की जगह वृद्ध दंपती को पुत्र व दामाद दे रहे कंधा
श्रावणी मेला 2022 के दौरान कांवर यात्रा कर रहे शिवभक्तों में कुछ ऐसे भी शामिल हैं जो इस रास्ते में आकर्षण का केंद्र बन जाते हैं. पूर्णिया जिले के एक बुजुर्ग दंपती को उनके बेटे व दामाद कंधे पर लेकर बाबाधाम यात्रा पर निकले हैं.
श्रावणी मेला (Shravani Mela 2022) में बाबाधाम की कांवर यात्रा में कई अनूठे कांवर भी आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं. जहानाबाद जिला के बाद अब पूर्णिया जिले के शिवभक्तों की टोली ने भी कलयुग के श्रवण कुमार की कथा को जीवंत कर दिया है. सुल्तानगंज से अपने वृद्ध माता-पिता को कांवर में बैठा कर बाबाधाम की यात्रा करायी जा रही है.
कांवर के दोनों तरफ बंधी डलिया में पूर्णिया जिला के केनगर थाना क्षेत्र के रिकाबगंज गांव के नयाटोली निवासी नाथो यादव (90वर्ष) व उनकी धर्मपत्नी मीरा देवी (85वर्ष) बैठे हुए हैं. इस कांवर को दोनों वृद्ध श्रद्धालु के बड़े पुत्र भोला यादव, मंझला पुत्र अमोल यादव व छोटा पुत्र श्रवण कुमार के अलावा दामाद सिकंदर यादव कंधा देते चल रहे हैं. कांवर को पोती बेबी कुमारी व पोता प्रिंस कुमार भी सहारा देते बाबाधाम की ओर अग्रसर हैं.
गत एक अगस्त सोमवार को दिन के बारह बजे उत्तरवाहिनी गंगा सुल्तानगंज से निकली श्रवण कुमार का यह कांवर चौबीस घंटे के भीतर कटोरिया के कुरावा स्थित किशनगंज सेवा सदन (किशनगंज धर्मशाला) तक पहुंच चुकी थी.
कांवर पर बैठे पिता नाथो यादव व मां मीरा देवी ने कहा कि हम बाबा से प्रार्थना करेंगे कि इस कलयुग में भी हर घर व हर मुहल्ले में श्रवण कुमार जैसा पुत्र पैदा हो. ताकि एक सुंदर समाज व आदर्श संसार का निर्माण हो सके. कलयुग के इस श्रवण कुमार एंड टीम की संपूर्ण कांवरिया पथ के प्राय: सभी सेवा शिविर व प्राइवेट धर्मशालाओं के सामने भव्य स्वागत भी किया जा रहा है.