UP News : सोने से बनी पूर्ण कोठी पर विराजमान होकर श्री रंगनाथ ने दिये दर्शन, 10 दिवसीस ब्रह्मोत्सव शुरू
उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध दक्षिण भारतीय शैली के श्री रंगनाथ मंदिर का 10 दिवसीय ब्रह्मोत्सव रथ मेला शुक्रवार से शुरू हो गया. इस कार्यक्रम की शुरुआत रंगनाथ मंदिर में गरुड़ स्तंभ पर 51 फीट की पताका फहराकर की गई. इससे पूर्व मंत्रोच्चार के साथ मंदिर में पूजा पाठ किया गया.
मथुरा. श्री रंगनाथ मंदिर के 10 दिवसीय ब्रह्मोत्सव (ब्रह्म उत्सव) रथ मेला में ध्वजारोहण के बाद भगवान रंगनाथ की सवारी भ्रमण के लिए निकाली गई. सोने से बनी पूर्ण कोठी को छोटे रथ पर रखा गया. भगवान रंगनाथ को इसमें विराजमान किया गया. भगवान रंगनाथ की सवारी पारंपरिक वाद्य यंत्र और बैंड की मधुर ध्वनि के साथ निकाली गयी. भक्त भजन गाते हुए और नृत्य करते हुए नजर आए. नगर में भ्रमण करते हुए भगवान रंगनाथ का रथ बड़े बगीचे में पहुंचा. यहां कुछ देर आराम करने के बाद रथ वापस मंदिर गया. वहां भगवान सोने से बने सिंह पर विराजमान किया गया.
मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया गया
भगवान रंगनाथ मंदिर में किए जा रहे ब्रह्म उत्सव के आयोजन से पहले मंदिर को आकर्षक और भव्य रूप से सजाया गया था. जिस बड़े बगीचे में भगवान विश्राम करेंगे उस पर चारों तरफ से फूलों द्वारा सजावट की गई थी. वहीं मंदिर द्वार से लेकर परिक्रमा निज मंदिर सहित सभी जगह को भी भव्य तरीके से सजाया था. रंग बिरंगी लाइट लगाई गई थी, इससे पूरा परिसर आकर्षक रूप से चमकने लगा.
छठवें दिन होगी फूलों की होली , सवारी भी निकलेगी
भगवान रंगनाथ के मंदिर में मनाए जा रहे दस दिवसीय ब्रह्म उत्सव में छठे दिन भगवान रंगनाथ कांच के विमान में विराजमान होकर भक्तों के साथ होली खेलेंगे. इस होली के लिए 5 कुंटल गुलाल मंदिर प्रशासन द्वारा मंगवाया गया है. रंग यहां प्रयोग किए जाएंगे वह पूरी तरह से हर्बल हैं. फूलों से भी होली खेली जाएगी. इस बार होली की सवारी सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक निकाली जाएगी. रोजाना 10 दिन तक भगवान रंगनाथ सुबह शाम सोने चांदी से बने विभिन्न वाहनों पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे.