कोलकाता : पश्चिम बंगाल में प्रतिपक्ष के नेता और भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को अभी हाल ही में जलपाईगुड़ी के मयनागुड़ी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म के प्रयास और उसके बाद मौत के मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है. नाबालिग ने दुष्कर्म के प्रयास के बाद पुलिस में इसकी शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन इसके बाद शिकायत वापस लेने को लेकर कथित तौर पर धमकी भी दी जा रही थी. इसके बाद उसने खुद को आग के हवाले कर मौत को गले लगा लिया.
पीड़ित परिवार को कोर्ट जाने की दी सलाह
करीब भाजपा के 17 विधायकों के साथ पीड़ित परिवार से मिलने लगे प्रतिपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भरोसा दिया है कि अगर वे सीबीआई जांच के अनुरोध को लेकर अदालत जाना चाहते हैं, तो भाजपा उन्हें हर तरह की कानूनी सहायता प्रदान करेगी. भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमें लगता है कि केवल सीबीआई जांच ही सच्चाई सामने ला सकती है. राज्य पुलिस सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरह काम कर रही है. उन्होंने कहा कि हमने उनसे कहा है कि हम दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव कानूनी सहायता मुहैया कराएंगे.
चार आरोपी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
हालांकि, पुलिस ने बताया कि मामले के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पीड़िता के माता-पिता ने शुरू में सीबीआई जांच की मांग की थी. वहीं, शुभेंदु अधिकार ने कहा कि वे पुलिस द्वारा की जा रही जांच की प्रगति से संतुष्ट हैं. लगभग एक पखवाड़े तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद सोमवार को लड़की की मौत हो गई थी.
28 फरवरी को दुष्कर्म का प्रयास
अधिकारी ने कहा कि एक व्यक्ति ने 28 फरवरी को नाबालिग के घर पर अकेली होने पर उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार करने की कोशिश की, लेकिन जैसे ही उसने शोर मचाया आरोपी मौके से फरार हो गया. उसके परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन बाद में उसे जमानत मिल गई. उन्होंने कहा कि बीते 13 अप्रैल को दो पुरुष लड़की के घर आए थे और उसे शिकायत वापस लेने के लिए कहा था. उन्होंने कथित तौर पर धमकी दी कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो उसके साथ दुष्कर्म किया जाएगा और उसके परिवार की हत्या कर दी जाएगी.
मामले का हो रहा राजनीतिकरण : टीएमसी
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता कुणाल घोष ने अधिकारी की आलोचना करते हुए कहा कि वह मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं. घोष ने कहा कि अधिकारी को भाजपा शासित राज्यों का भी दौरा करना चाहिए, जहां इस तरह के अपराध हुए हैं और इसी तरह की मांगें उठानी चाहिए.