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शारदा घोटाला मामले में नाम आने पर शुभेंदु अधिकारी ने CBI को लिखा पत्र, राजनीतिक षडयंत्र के तहत फंसाने की जतायी आशंका

Bengal news, Kolkata news : करोड़ों रुपये के शारदा चिटफंड घोटाले में राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता शुभेंदू अधिकारी के नाम आने पर उन्होंने CBI को पत्र लिखा है. उन्होंने इस मामले में राजनीतिक षडयंत्र होने की आशंका जताते हुए मामले की जांच CBI से करने का अनुरोध भी किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2020 8:20 PM

Bengal news, Kolkata news : कोलकाता : करोड़ों रुपये के शारदा चिटफंड घोटाले में राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता शुभेंदू अधिकारी के नाम आने पर उन्होंने CBI को पत्र लिखा है. उन्होंने इस मामले में राजनीतिक षडयंत्र होने की आशंका जताते हुए मामले की जांच CBI से करने का अनुरोध भी किया है.

बता दें कि करोड़ों रुपये के शारदा चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी सुदीप्त सेन ने हाल में जेल से ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) को एक विस्फोटक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने भाजपा, कांग्रेस, माकपा और तृणमूल कांग्रेस आदि विभिन्न दलों के 5 प्रभावशाली नेताओं के नामों का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया है कि इन लोगों ने भी उनसे बड़ी रकम वसूली, पर इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई.

कथित तौर पर पत्र में जिन नेताओं के नामों का उल्लेख किया गया है, उन्हें सेन ने 2 से 9 करोड़ रुपये तक की रकम दी थी. इस पत्र की सच्चाई को लेकर सवाल उठाते हुए राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता शुभेंदू अधिकारी ने CBI के अधिकारियों को पत्र भेजा है. उन्होंने मामले में राजनीतिक षडयंत्र होने की आशंका जताते हुए मामले की जांच करने का अनुरोध किया है.

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कथित तौर पर पत्र में श्री अधिकारी की ओर से कहा गया कि मीडिया में प्रकाशित खबरों से उन्हें पता चला कि एक दिसंबर को सेन ने उपरोक्त पत्र लिखा है, जिसमें उनके नाम का भी उल्लेख है. इसके कुछ दिन पहले यानी 27 नवंबर, 2020 को उन्होंने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. CBI काफी पहले से सारधा चिटफंड घोटाले की जांच कर रही है, ऐसे में इस्तीफा देने के बाद घोटाले से संबंधित ऐसे पत्र से कई सवाल उठ रहे हैं.

श्री अधिकारी ने कहा कि पत्र लिखने वाले का क्या मकसद हो सकता है? क्या कोई राजनीतिक फायदा लेने के लिए ऐसा किया गया? इस बात का पता लगाया जाना जरूरी है. इस बारे में श्री अधिकारी से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया.

Posted By : Samir Ranjan.

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