झारसुगुड़ा में रेलवे की जमीन से शुक्रवारी बाजार को हटाया जाएगा
प्रतिदिन यहां लगने वाली साग सब्जियां की दुकानें किसानों के लिए एक मंडी की तरह हैं. उन्हें यहां से हटाया गया, तो वे कहां जा कर साग-भाजी बेचेंगे. विदित हो की शहर के मंगल बाजार में लगने वाले साप्ताहिक बाजार को कुछ माह पहले शुक्रवारी बाजार में शिफ्ट कर दिया गया था.
झारसुगुड़ा रेलवे स्टेशन के विकास व संप्रसारण का रेलवे की जमीन पर स्थित शुक्रवारी बाजार स्थानांतरित होगा. शहर के बीच में स्थित साग सब्जी, मांस-मछली बिक्री का मुख्य केंद्र बन चुका शुक्रवारी बाजार यहां से हटाया जाने के बाद कहां लगेगा, इसको लेकर लोगों की चिंता बढ़ गयी है. नयी जगह की तलाश में जिलाधीश, तहसीलदार, नगरपाल, पालिका के कार्यकारी अधिकारी को विभिन्न स्थानों पर धूमते देखा जा रहा है. शुक्रवारी बाजार स्थानांतरित होने से यहां के 50 से अधिक मांस, मछली, मुर्गी दुकानदारों की जीविका खतरे में पड़ जायेगा.
किसानों के लिए मंडी की तरह हैं बाजार
इसलिए उन सभी को वैकल्पिक स्थान पर अपना व्यवसाय जारी रखने और बैठने की अनुमति दी जानी जरूरी है. इसी के साथ प्रतिदिन यहां लगने वाली साग सब्जियां की दुकानें किसानों के लिए एक मंडी की तरह हैं. उन्हें यहां से हटाया गया, तो वे कहां जा कर साग-भाजी बेचेंगे. विदित हो की शहर के मंगल बाजार में लगने वाले साप्ताहिक बाजार को कुछ माह पहले शुक्रवारी बाजार में शिफ्ट कर दिया गया था.
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जिलाधीश, तहसीलदार, नगरपाल, कार्यकारी अधिकारी कर रहे नये बाजार का स्थल चयन
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50 से अधिक मांस-मछली विक्रेता व किसानों को होगी परेशानी
इन इलाकों में होती है सब्जी की बिक्री
वैसे तो ओडिशा के झारसुगुड़ा शहर के बस स्टैंड के पास ओवर ब्रिज के किनारे, काली मंदिर रोड, कोक्स रास्ता, सरबाहल रास्ता, बीटीएम रास्ता आदि स्थानो में साग-सब्जी की बिक्री होती है. मगर शहर के बीच में स्थित शुक्रवारी बाजार मुख्य बाजार बन गया है. इसलिए इसे हटाने से पहले वैकल्पिक स्थान की जरूरत है.
कई जगहों की अधिकारियों ने की है पहचान
डेली मार्केट के विकल्प के तौर पर नगरपालिका शहरी अंचल में पचड़ा, सरबाहाल रोड पर स्थित केएस रिफेक्टरी, हाउसिंग बोर्ड के पास स्थित मैदान एवं फटामाल चिल्ड्रेन पार्क के पास स्थित मैदान को चिह्नित किया गया है. वहीं मांस व मछली बिक्री के लिए हाउसिंग बोर्ड के पास स्थित मैदान को चुनें जाने की सूचना मिली रही है. उक्त सभी स्थानों को जिलाधीश व अन्य ने घूम कर देखा और आकलन किया है.
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