धनबाद : राज्यसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान से पहले गिरफ्तारी से बचने के लिए सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो ने बुधवार (17 जून, 2020) को धनबाद के कोर्ट में सरेंडर कर दिया. कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका स्वीकृत कर ली. विधायक पर 21 मई को बरवाअड्डा थाना क्षेत्र में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने का आरोप लगा था. विधायक पर मुकदमा भी दर्ज किया गया था.
सूत्रों के अनुसार, 19 जून को राज्यसभा चुनाव के ठीक पहले कहीं पुलिस गिरफ्तार न कर ले, इसको लेकर विधायक को तत्काल जमानत लेने को कहा गया था. इसके बाद विधायक ने बुधवार सुबह प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रवि नारायण की अदालत में सरेंडर कर दिया. विधायक की तरफ से अधिवक्ता राधेश्याम गोस्वामी ने पैरवी की.
उल्लेखनीय है कि गोविंदपुर की अंचल अधिकारी की शिकायत पर विधायक के विरुद्ध बरवाअड्डा थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. विधायक इंद्रजीत महतो पर लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए अपने सहयोगियों के साथ गाजे-बाजे के साथ और नारा लगाते हुए वनतोड़ गांव में बिजली विभाग द्वारा लगाये गये ट्रांसफॉर्मर का उद्घाटन करने का आरोप है.
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ज्ञात हो कि राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए एक-एक वोट अहम हो गया है. ऐसे में यदि सिंदरी के विधायक को जमानत नहीं मिलती, तो भाजपा का गणित गड़बड़ा सकता था. धनबाद जिला के एक और विधायक ढुल्लू महतो के भी मतदान करने पर संशय के बादल मंडरा रहे थे. बाघमारा के दबंग भाजपा विधायक ढुल्लू महतो एक महिला नेता के यौन उत्पीड़न के आरोप में जेल में बंद हैं.
इस मामले में ढुल्लू महतो की ओर से कई बार अलग-अलग अदालतों में जमानत याचिकाएं दायर की जा चुकी हैं, लेकिन उन्हें अब तक जमानत नहीं मिली है. हालांकि, राज्यसभा चुनाव में मतदान करने की अनुमति उन्हें धनबाद की एक अदालत ने दे दी है. दो विधायकों के मतदान करने का रास्ता साफ हो जाने के बाद भाजपा उम्मीदवार दीपक प्रकाश और भाजपा के रणनीतिकारों ने राहत की सांस ली है.
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Posted By : Mithilesh Jha