कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले दलबदल का खेल जारी है. भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल खान के बाद रविवार को शुभेंदु अधिकारी के करीबी माने जाने वाले पूर्व मेदिनीपुर जिला परिषद के खाद्य विभाग के कर्माध्यक्ष सिराज खान भी तृणमूल कांग्रेस में लौट गये.
उन्होंने पिछले साल नवंबर महीने में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की उपस्थिति में भाजपा का दामन थामा था. तृणमूल भवन में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के सेक्रेटरी जनरल पार्थ चटर्जी ने खान को सत्तारूढ़ दल का झंडा देकर उनका स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें गुमराह किया गया था, जिसके कारण वह तृणमूल से दूर हो गये थे. बाद में उन्हें अपनी गलती का ऐहसास हुआ, तो अब पार्टी में लौट आये.
पार्टी में वापसी के बाद सिराज खान ने अप्रत्यक्ष तौर पर तृणमूल से भाजपा में शामिल होने वाले नेता शुभेंदु अधिकारी पर हमला बोला. कहा कि ऐसे लोग भाजपा में शामिल हो गये हैं, जिन्होंने तृणमूल कांग्रेस में रहते उनके कार्य में बाधा दी थी. वह भाजपा में रहकर लोगों के लिए काम नहीं कर पाते, इसलिए उन्होंने तृणमूल में वापसी की.
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की नीति जनता के हित में नहीं है, लेकिन तृणमूल एक ऐसी पार्टी है, जो आम लोगों के लिए कार्य करती है. यही वजह है कि वह पार्टी में लौटे हैं. अब तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में वह लोगों के हित में काम करेंगे. विधानसभा चुनाव में तृणमूल सरकार की वापसी के लिए काम करेंगे.
Posted By : Mithilesh Jha