कोविड जांच के बाद ही एंट्री, होम कोरंटिन अनिवार्य, युवाओं की पहल से कोरोनामुक्त हुआ सीवान का रामचंद्रपुर गांव
वैश्विक महामारी कोरोना जिले में कहर बरपा रहा है. शहर से लगायत ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना से मौत का कोहराम मचा है. वही जिला के एक ऐसा गांव रामचन्द्रपुर है जो कोरोना मुक्त है. लॉकडाउन का पालन करने के लिए जहां प्रशासन को लाठियां चटकानी पड़ रही है. वही इस गांव के लोग स्वेच्छा से लॉकडाउन व कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का पालन कर रहे है. नियमों के अनुपालन का ही परिणाम है कि शुरुआत में चार संक्रमित मिलने के बाद यह गांव संक्रमण मुक्त हो गया.
वैश्विक महामारी कोरोना जिले में कहर बरपा रहा है. शहर से लगायत ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना से मौत का कोहराम मचा है. वही जिला के एक ऐसा गांव रामचन्द्रपुर है जो कोरोना मुक्त है. लॉकडाउन का पालन करने के लिए जहां प्रशासन को लाठियां चटकानी पड़ रही है. वही इस गांव के लोग स्वेच्छा से लॉकडाउन व कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का पालन कर रहे है. नियमों के अनुपालन का ही परिणाम है कि शुरुआत में चार संक्रमित मिलने के बाद यह गांव संक्रमण मुक्त हो गया.
गांव के लोग हैं काफी जागरूक
बीडीओ दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि पंचायत सचिवों एवं कार्यपालक सहायक के पंचायत के गांवों में प्रतिदिन जाकर लॉकडाउन का पालन कराने की जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने कहा कि इस गांव के लोग काफी जागरूक हैं. अभी तक 150 से अधिक लोगों की जांच की गई है, जिसमें चार लोग पॉजिटिव पाए गए थे. होम क्वारंटाइन में रहने के बाद सभी स्वस्थ हो गए हैं.
रंग लायी युवाओं की पहल
युवा वर्ग की पहल से ही यह गांव संक्रमण मुक्त हुआ. शिक्षक संजय यादव, मनोज कुमार सिन्हा, बच्चा प्रसाद, मुन्ना प्रसाद, जजील अहमद सहित अन्य लोगों का कहना है गांव में समाजिक दूरी का पालन करते हुए चौपाल लगाकर लोगों का जागरूक किया जाता है.गांव के प्रत्येक परिवार से मिलकर घर में रहने, मास्क का उपयोग करने, शारीरिक दूरी का पालन करने, जरूरत होने पर ही घर से निकलने तथा साफ-सफाई पर ध्यान देने की सलाह दी जा रही है. वहीं बाहर से आने वाले लोगों को कोविड जांच कराने के बाद ही गांव में आने अनुमति दी जा रही है .साथ उन्हें 14 दिन होम क्वारंटाइन रहने के बाद ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है.लोगों का कहना है कि गांव का हर व्यक्ति सख्ती से नियमों का पालन करता है.वही कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करने के लिए अपने मित्रों एवं रिश्तेदारों को भी फोन के माध्यम से सलाह दी जा रही है.
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एक हजार आबादी वाले गांव में 150 लोगों की हुई है जांच
ग्रामीणों का कहना है कि दरौंदा प्रखंड स्थित रामचन्द्रपुर गांव की आबादी करीब एक हजार है.जिनमे से सर्दी जुकाम से प्रभावित 150 लोगों की जांच की गई थी.उनमें से केवल चार लोगों में संक्रमण पाया गया.चिकित्सकों की सलाह पर 14 दिन होम क्वारंटाइन रहकर पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गए हैं.ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव के 45 से ऊपर के लोग वैक्सीन ले चुके है.वही 18 से 44 आयु वर्ग के कुछ लोग वैक्सीन ले चुके हैं और कुछ लोगों द्वारा रजिस्ट्रेशन करा वैक्सीन लेने का सिलसिला जारी है.कोरोना से यहां किसी की सांसें नहीं थमी है.
सामाजिक और सांस्क़ृतिक आयोजनों से करते हैं परहेज
रामचन्द्रपुर के लोग समाजिक व सांस्कृतिक आयोजनों से अपने का दूर कर लिए है. सामूहिक आयोजन यथा शादी-विवाह, श्राद्धकर्म आदि से परहेज करने की सलाह दी जा रही है. पंचायत की मुखिया सुनीता देवी का कहना है कि गांव के एक- एक लोग कोविड से बचाव के प्रति जागरूक हैं. कोरोना संक्रमण से बचाव को ले पंचायत के तरफ से लोगों के बीच मास्क वितरण किया जा रहा है. साथ ही लोगों को बार-बार हाथ धोने की सलाह दी जा रही है. लोगों को वैक्सीन लेने के लिए कहा जा रहा है.आने वाले दिनों में 18 से 44 तथा 45 आयु से ऊपर के सभी लोग वैक्सीन ले लेंगे. सीवान का रामचंद्रपुर गांव में युवाओं की पहल से कोरोनामुक्त हुआ गांव तथा Latest News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
POSTED BY: Thakur Shaktilochan